महिला जज ने CJI को लिखी चिट्ठी, लिखा- “मैं अब और जीना नहीं चाहती.. कृपया मुझे आत्महत्या…”

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नई दिल्ली: एक महिला जज ने शिकायत की है कि नियुक्ति के समय एक जिला जज ने उनका यौन उत्पीड़न किया है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की एक महिला जज (नाम छिपाया गया है) ने मुख्य न्यायाधीश को भेजे पत्र में कहा, मुझे बाराबंकी का जज नियुक्त किया गया है। पहले जिला जज ने मुझे रात में मिलने को कहा। उन्होंने मेरे साथ बहुत अभद्र व्यवहार किया।

मुझे लैंगिक रूप से परेशान किया। मेरे साथ कूड़ेदान से भी बदतर, कीड़े से भी बदतर व्यवहार किया गया। इस बात से मैं परेशान हो गई हूं। उसने आगे लिखा कि,”मैंने पिछले जुलाई में सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दर्ज की थी। लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। ऐसा लगता है मानो कोई झूठा कदम उठा रहा हो। उन्हें जिला जज से स्थानांतरित किया जाना चाहिए क्योंकि इस संबंध में जांच लंबित है।”
अगर जिला जज का स्थानांतरण नहीं होता है तो गलती होने पर भी निष्पक्ष निर्णय नहीं होगा।

आगे अपने पत्र में महिला महिला जज लिखा कि, “मैं अब और जीना नहीं चाहती.. कृपया मुझे आत्महत्या करने की अनुमति दें।”

जिसके बाद उनका यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस संबंध में इलाहाबाद हाई कोर्ट को पत्र भेजकर पूरी रिपोर्ट मांगी है।