केंद्रीय टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लिया नुकसान का जायजा

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मंडी/हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र से दो टीमें हिमाचल पहुंच गई है। ये टीमें मंडी कुल्लू, शिमला, सोलन सहित अन्य जिलों का दौरा कर प्रदेश में हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार करेंगी।

इसके बाद इन टीमों द्वारा यह रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी। ताकि केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल में आपदा के दौरान हुए नुकसान की राहत राशि मिल सके।

टीम ने मंडी जिले में लिया नुकसान का जायजा

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वित्तीय सलाहकार रविनेश कुमार के नेतृत्व वाली चार सदस्यीय टीम ने मंडी जिले में बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया।

इस टीम में केंद्रीय जल आयोग के निदेशक पीयूष रंजन, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के निदेशक आरके मीणा और वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के उपनिदेशक महेश कुमार उनके साथ रहे।

केंद्रीय टीम ने मंडी के थुनाग, पंडोह, औट और बाली चौकी क्षेत्र का दौरा किया। जहां बीती 9-10 जुलाई को भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।

टीम ने प्रभावित परिवारों से की बातचीत

टीम ने क्षतिग्रस्त मकानों-दुकानों का निरीक्षण करने के साथ-साथ प्रभावित परिवारों से बातचीत भी की। इसके अलावा उन्होंने सड़क, पुल, पेयजल और विद्युत समेत अन्य परियोजनाओं को पहुंचे नुकसान का आकलन किया।

इस दौरान अंतर मंत्रालयी केंद्रीय दल के टीम लीडर व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वित्तीय सलाहकार रविनेश कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशों पर उनकी 8 सदस्यीय टीम हिमाचल में बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन कर रही है।

टीम के 4-4 सदस्यों को दो भागों में बांटा

इस टीम को 4-4 सदस्यों के साथ दो भागों में बांटा है। जिसमें एक टीम मंडी, कुल्लू के दौरे पर है, वहीं दूसरी सोलन, शिमला और किन्नौर जिलों का दौरा कर नुकसान का जायजा ले रही है।

यह टीम हिमाचल में क्षति का जायजा लेने के बाद केंद्र सरकार को यहां की वस्तुस्थिति से अवगत कराएगी। जिसके बाद सरकार मुआवजे पर फैसला लेगी। वहीं, जिलाधीश अरिंदम चौधरी ने बताया कि, केंद्रीय टीम ने भीषण बारिश और फ्लैश फ्लड से जिले में हुई भारी क्षति को देख कर नुकसान का आकलन किया।

रिपोर्ट- नितेश सैनी

मंडी, हिमाचल प्रदेश