नई दिल्ली/डेस्क: लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी और कांग्रेस अपने अपने गठबंधन का कुनबा बढ़ने में लगी हैं। एक तरफ जहां NDA में 38 दलों का साथ हैं, तो वहीं दूसरी तरफ INDIA को 26 दलों का समर्थन है। महागठबंधन का नया नाम इंडिया मिलने के बाद बीजेपी ने खासा विरोध किया था। लेकिन दोनों गठबंधन में शामिल होने के लिए नेताओं की होड़ लगी है।
एक तरफ बिहार के मुकेश सहनी की पार्टी VIP जिसको बीजेपी ने NDA की मीटिंग में नहीं बुलाया, तो वहीं, दूसरी तरफ जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव जो चीख-चीख कर महागठबंधन के साथ जाने को कह रहे हैं। उनको न तो कांग्रेस सुन रही है और न ही विपक्ष की सभी पार्टियों को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार।
बीच में लटके पप्पू यादव और मुकेश सहानी
पप्पू यादव ने कई बार साफ-साफ कह दिया की हम भी विपक्ष है और हमें भी शामिल किया जाए। लालू यादव, नीतीश कुमार से लागतार गुहार लगा रहें पप्पू यादव की पत्नी कांग्रेस पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव हैं। लेकिन सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस भी पप्पू यादव से कन्नी काटती नजर आ रही है।
उधर बात मुकेश सहनी की करें, तो कभी महागठबंधन का हिस्सा रह चुके मुकेश सहनी 2020 में NDA के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे। इसके बावजूद NDA के तरफ से मुकेश सहनी को कोई भाव नहीं मिल रहा है और न ही I.N.D.I.A गठबंधन के तरफ से पप्पू यादव को।
मुकेश सहनी की पार्टी पूर्वांचल में दिखाएगी दम
25 जुलाई से मुकेश सहनी की पार्टी (VIP) की संकल्प यात्रा शुरू होगी और यह यात्रा 4 नवंबर तक चलेगी, इस यात्रा की खास बात यह है कि यह यात्रा बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और झारखंड के 80 जिलों से होकर गुजरेगी, इससे साफ जाहिर होता है कि मुकेश सहनी जो की मलाह जाति किस से आते हैं वह पूरे पूर्वांचल में अपना दमखम दिखाना चाहते हैं।
महागठबंधन को पप्पू यादव का अल्टीमेटम
जनाधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने भी प्रेस कान्फ्रेस करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी को अगस्त तक महागठबंधन से कोई सूचना नहीं मिलती है, तो वह अपना अलग कदम उठाएंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। अब देखना यह होगा कि इन दोनों नेताओं का अगला कदम क्या होता है?
रिपोर्ट- प्रत्यूष सिंह