पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कारगिल शहादत दिवस के मौके पर राजधानी पटना के कारगिल चौक पर पहुंचे. इस दौरान इंडिया नाम रखने को लेकर उनसे सवाल पूछा गया तो नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा बुरी तरह से डर गई है. उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों ने पटना में मीटिंग किया, फिर बेंगलुरु में मीटिंग किया. दोनों मीटिंग के बाद नाम पर सहमति बनी.
‘नाम तय होने पर डरी भाजपा
नीतीश ने तंज कसते हुए कहा कि नाम तय होने पर जब भाजपा इतना डर गई तो आगे क्या होगा. एनडीए की मीटिंग पर नीतीश कुमार ने कहा कि अटल जी के समय में एनडीए बना था. उस समय हम लोग साथ थे और मीटिंग होती थी. अब एनडीए की मीटिंग नहीं होती थी लेकिन विपक्ष ने जब मीटिंग किया तो वो घबरा गए हैं. नीतीश ने कहा कि जो दल भाजपा के साथ हैं उन्हें कोई जानता तक नहीं है.
‘इतिहास को बदलने की कोशिश में भाजपा’
भाजपा की तरफ से विपक्षी दलों की मीटिंग को चाय नाश्ता की बैठक कहने पर सीएम नीतीश ने कहा कि भाजपा सिर्फ मुद्दे को भटकाना जानती है. नीतीश ने आगे कहा कि भाजपा इस देश के इतिहास को बदलना चाहती है लेकिन ऐसा संभव नहीं है. उन्होंने भाजपा पर समाज को बांटने का भी आरोप लगाया.