Onion Price Hike: प्याज फिर निकालेगी जनता के आंसू! बाजार में तेजी से बढ़ रही है प्याज की कीमतें, सामने आई ये वजह…

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लुधियाना/पंजाब: बाजार में प्याज की बढ़ती कीमतों ने रसोई में लगने वाले तड़के पर असर दिखना शुरू कर दिया है। ठीक वैसे ही जैसे कुछ दिनों पहले टमाटर ने रसोई से दूरी बना ली थी। पिछले दिनों देश के कई हिस्सों में महज 25 प्रति किलो बिकने वाली प्याज मौजूदा समय में 70 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है।

बता दें कि प्याज के बढ़ते दामों से लोग परेशान हैं। बरसात के मौसम में वैसे ही बाकी सब्जियों के बढ़े दामों ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी थी, लेकिन अब प्याज दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है।

इस कारण से बढ़ रहे हैं प्याज के दाम!

जिसका कारण है, मंडियों में प्याज की आवक का कम होना। न्यूज़ इंडिया की टीम ने पंजाब के लुधियाना प्याज के थोक व्यापारियों से बात की और प्याज की बढ़ रही कीमतों के बारे में जाना। उनका कहना है कि मंडी में प्याज इन दिनों आनी काम हो जाती है, क्योंकि जो प्याज है नाशिक और मध्य प्रदेश से आती है और इन दोनों जगह पर ही बेमौसम बारिश हो रही है।

मध्य प्रदेश में बारिश बनी वजह

उन्होंने आगे बताया कि मध्य प्रदेश में तो प्याज की खेती के बाद, जो बारिश हुई उससे ज्यादातर प्याज की खेती में बारिश का पानी खड़ा हो गया। जिसके कारण प्याज खेतों में ही सड़ गई। यही कारण है कि प्याज के दमों में तेजी आ रही है। वहीं, निर्यात पर से प्रतिबंध हटाना भी इसका एक कारण माना जा रहा है।

मंडी में नहीं पहुंच रही है प्याज

लुधियाना के थोक व्यापारी ने बताया कि आवक तेजी से कम हो रही है। जहां सामान्य दिनों में प्रतिदिन 15 से 20 तक प्याज के ट्रक आते थे, जो घटकर अब महज 8 से 9 तक रह गए हैं। सबसे ज्यादा प्रभाव मध्य प्रदेश से प्याज खराब होने से पड़ रहा है। मौजूदा समय में राजस्थान, नाशिक, इंदौर से दो-दो ट्रक माल मंडी पहुंच रहा है।

प्याज के थोक व्यापारियों ने यह भी कहा कि कई अन्य कारण भी हैं। जिसके कारण कीमतों में 50% की वृद्धि हुई है, जिससे प्रति किलो 25 रुपये से बढ़कर 70 रुपये किलो प्याज पहुंच गई है। सरकार का निर्यात प्रतिबंध हटाना इसका एक कारण है। सरकार ने प्याज की कीमतों में नियंत्रित करने के लिए दिसंबर 2023 में लगाए निर्यात प्रतिबंध को इस वित्त वर्ष की शुरुआत में हटा लिया। यही कारण है कि प्याज की कीमतों में एक हफ्ते से 50% की वृद्धि हुई है। पिछली रवि फसल में प्याज उत्पादन कम होने से मांग और आपूर्ति में अंतर आया जिससे कीमतों में वृद्धि हुई है।