Gujarat Rape Case: प्रिंसिपल ने 6 साल की बच्ची को उतारा मौत के घाट, मासूम ने यौन उत्पीड़न का किया था विरोध

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Gujarat Rape Case: गुजरात से शिक्षक-शिष्य के रिश्ते को कलंकित कर देने वाली एक खबर सामने आई है। गुजरात के दाहोद जिले में कक्षा-1 में पढ़ने वाली 6 साल की लड़की की उसी के प्रिंसिपल ने हत्या कर दी है। बच्ची की गलती रही कि उसने बलात्कार करने की कोशिश करने वाले प्रिंसिपल की बात नहीं मानी।

क्या है पूरा मामला?

दाहोद जिले के सिंगवाद तालुका के पीपलीया गांव की कक्षा-1 में पढ़ने वाली 6 साल की मासूम बच्ची का शव मिला। जिसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। वहीं जब जांच हुई तो सामने आया कि लड़की की हत्या स्कूल के प्रिंसिपल गोविंद नट ने ही की है। जांच में सामने आया कि प्रिंसिपल ने मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की और जब उस कोशिश में वह असफल रहा तो उसने बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी।

प्रिंसिपल की गाड़ी में बच्ची गई थी स्कूल

जानकारी के मुताबिक, सिंगवाद के तोयानी गांव के प्राइमरी स्कूल से तीन दिन पहले कक्षा 01 में पढ़ने वाली 6 साल की मासूम बच्ची का शव मिला है। जिसके बाद पुलिस ने मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पाया कि लड़की की गला घोंटकर हत्या की गई है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर गहन जांच शुरू की। दाहोद एलसीबी पुलिस समेत करीब 10 अलग-अलग टीमों ने जांच शुरू की। वहीं, जांच के दौरान मृतक बच्ची की मां ने बताया कि उस दिन उन्होंने अपनी बेटी को स्कूल के प्रिंसिपल गोविंद के साथ उनकी चार पहिया गाड़ी से स्कूल भेजा था।

प्रिंसिपल ने पुलिस को किया गुमराह

सूचना के बाद जब पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों से पूछताछ की तो पहले तो प्रिंसिपल गोविंद नाथ ने कहा कि मैं बच्ची को अपनी कार में स्कूल लाया था। लेकिन उसके बाद वह बाहर निकल गई। और मैं अपने दैनिक कार्य में व्यस्त हो गया। इसके बाद प्रिंसिपल गोविंद ने घर जाने का बहाना करके पुलिस को गुमराह किया। जो पुलिस के गले नहीं उतरा, इसलिए पुलिस ने उसके मोबाइल फोन का तकनीकी विश्लेषण किया। जिसमें घटना वाले दिन जहां लड़की को छोड़ा गया था, वहां से स्कूल आने में रोजाना लगने वाले समय से ज्यादा समय लगा। कॉल रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस की पूछताछ में प्रिंसिपल टूट गया।

यौन उत्पीड़न का विरोध कर रही बच्ची को उतारा मौत के घाट

जिसके बाद प्रिंसिपल से गहनता से पूछताछ की गई। वहीं पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने लड़की को अपनी कार में बिठाने के बाद लड़की के साथ छेड़छाड़ की और लड़की के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की लड़की चिल्लाने लगी। जिसके बाद उसने लड़की का मुंह दबा दिया। जिससे वह बेहोश हो गई। वहीं, प्रिंसिपल बच्ची को अपनी कार की पिछली सीट पर रखकर स्कूल ले गया और लड़की को कार में बंद कर दिया। वहीं जब स्कूल बंद हुआ तब उसने बच्ची की बॉडी को स्कूल के कंपाउंड में डंप कर दिया। इतना ही नहीं प्रिंसिपल ने बच्ची का स्कूल बैग और चप्पल उसकी कक्षा के बाहर छोड़ दी।