Rajasthan Phone Tapping Case: पूर्व सीएम अशोक गहलोत के OSD ने क्राइम ब्रांच को सौंपे फोन टेपिंग के सभी सबूत, जानें क्या है पूरा मामला?

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Rajasthan Phone Tapping Case: राजस्थान में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Govt) का फोन टैपिंग (Phone Tapping Case) मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ चुका है। इस मामले को केलर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) की फोन टैपिंग को लेकर की शिकायत की थी। लेकिन अब ये मामला सबूतों तक पहुंच चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) रहे लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) से गुरुवार (03 अक्टूबर) को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करीब 5 घंटे तक पूछताछ की थी।

OSD ने क्राईम ब्रांच को क्या-क्या सौंपा?

इस पूछताछ के दौरान लोकेश शर्मा ने फोन टेपिंग के सभी सबूत दिल्ली पुलिस को सौंप दिए हैं। OSD ने सबूत के तौर पर पैन ड्राइव, लैपटॉप और मोबाइल फोन सौंपे हैं। लोकेश शर्मा का कहना है कि पैन ड्राइव गहलोत ने दी थी। अब आगे पूछताछ अशोक गहलोत और उस वक्त के जिम्मेदार अफसरों से होनी चाहिए।

पूछताछ के दौरान लोकेश शर्मा ने और भी कई बड़े खुलासे किए हैं। क्राइम ब्रांच और मीडिया से बातचीत के दौरान लोकेश शर्मा ने कहा है कि, “जब भी गहलोत साहब मेरे साथ बैठते थे तो कहते थे- लोकेश, तुम मेरी तरह लोगों को काम में लिया कर। मुझे इस वाक्य का तब पता लगा जब मैं खुद काम में आ गया। यह उनकी राजनीति का एक तरीका है। वो लोगों को काम में लेते हैं और फिर काम लेकर छोड़ देते हैं। मैं भी उस चक्रव्यूह में फंस गया और काम आ गया। अब मैंने सच्चाई जांच एजेंसी को बता दी है।”

किसने दर्ज करवाया था फोन टैपिंग का केस?

बता दें कि फोन टैपिंग के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मार्च 2021 में दिल्ली क्राइम ब्रांच में लोकेश शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया था।