Ratan Tata No More: अब नहीं रहे दिग्गज कारोबारी रतन टाटा, जानें- रतन टाटा की उपलब्धियां

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Ratan Tata

Ratan Tata No More: व्यवसायी-परोपकारी रतन नवल टाटा और टाटा ट्रस्ट के चेयरपर्सन, अब नहीं रहे। उनका मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया है। 9 अक्टूबर उन्होंने 86 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने जीवन की आखिरी सांस ली। उन्हें भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) से सम्मानित किए जा चुका है। जानें रतन टाटा की उपलब्धियां और रतन टाटा के प्रमुख पुरस्कार और सम्मानों के बारे में…

रतन टाटा की उपलब्धियां:

  1. टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में 1991-2012 तक सेवा.
  2. जैगुआर लैंड रोवर की खरीद (2008).
  3. कोरस की खरीद (2007).
  4. टाटा स्टील की वैश्विक पहुंच बढ़ाना.
  5. टाटा मोटर्स की सफलता.
  6. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की वैश्विक पहुंच बढ़ाना.
  7. टाटा समूह की वैश्विक ब्रांड वैल्यू में वृद्धि.

रतन टाटा के प्रमुख पुरस्कार और सम्मान:

  • पद्म विभूषण (2008)
  • पद्म भूषण (2000)
  • ऑनररी नाइट कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (2009)
  • इंटरनेशनल हेरिटेज फाउंडेशन का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (2012)

28 दिसंबर 1937 को बॉम्बे में हुआ था रतन टाटा का जन्म

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर , 1937 को बॉम्बे में हुआ था। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा मुंबई के Campion School से प्राप्त की। Campion School से उन्होंने 8वीं तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद, वह आगे की पढ़ाई के लिए मुंबई में कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल और शिमला में बिशप कॉटन स्कूल चले गए। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने Cornell University से बैचलर ऑफ आर्किटेक्च की डिग्री प्राप्त की। साल 1975 में उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (यूनाइटेड किंगडम) से एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम किया।