Ratan Tata Death: हाल ही में भारतीय उद्योगपति रतन टाटा के निधन ने देश और दुनिया में शोक की लहर दौड़ा दी है। उनके जाने के बाद, टाटा परिवार के अन्य सदस्यों में नोएल टाटा का नाम खास चर्चा में आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रतन टाटा के निधन पर संवेदना व्यक्त करने के लिए नोएल टाटा से बातचीत की। नोएल टाटा का नाम सामने आने के बाद से ही वो चर्चा में हैं। सभी एक सवाल कर रहे हैं कि आखिर नोएल टाटा का रतन टाटा के साथ क्या रिश्ता है?
कौन हैं नोएल टाटा?
नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। उनके पिता नवल टाटा ने दो शादियां की थीं। पहली शादी उन्होंने सूनी कमिश्रिएट से की थी, जिनसे उनके दो बेटे, रतन टाटा और जिमी टाटा हुए। हालांकि, दोनों भाइयों ने शादी नहीं की। नवल टाटा की पहली पत्नी से तलाक के बाद, उन्होंने स्विट्जरलैंड की एक व्यवसायी सिमोन से 1955 में विवाह किया। नोएल टाटा, नवल और सिमोन के बेटे हैं।
कैसा है नोएल टाटा का व्यवसायिक जीवन?
नोएल टाटा ने टाटा समूह के विभिन्न उपक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में वे सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में ट्रस्टी हैं। टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष हैं और टाइटन कंपनी लिमिटेड के उपाध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा, उन्होंने 11 साल तक ट्रेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया। 2012 में उन्हें ट्रेंट का उपाध्यक्ष बनाया गया और बाद में 2014 में अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया। नोएल टाटा की मेहनत और नेतृत्व में ट्रेंट ने अपने स्टोर की संख्या एक से बढ़ाकर 330 तक पहुंचाई।
कितने पढ़े-लिखें हैं नोएल टाटा?
नोएल टाटा ने अपनी शिक्षा ससेक्स यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है और उन्होंने INSEAD से अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी कार्यक्रम में भी भाग लिया है। उनकी शिक्षा और अनुभव ने उन्हें टाटा समूह में महत्वपूर्ण नेतृत्व भूमिकाएं निभाने में सक्षम बनाया है।
नोएल टाटा एक प्रमुख उद्योगपति और टाटा परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य हैं। रतन टाटा के निधन के बाद, नोएल टाटा का नाम उन लोगों में शामिल है, जो टाटा समूह की धरोहर को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनकी प्रोफेशनल उपलब्धियों और परिवार के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को देखते हुए, वे निश्चित रूप से टाटा समूह के भविष्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। रतन टाटा की महानता के साथ-साथ, नोएल टाटा की यात्रा भी भारतीय उद्योग जगत के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।