हरियाणा चुनाव के बाद अब इस पार्टी पर मंडराया अस्तित्व खत्म होने का संकट, बीजेपी कर चुकी है गठबंधन

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हरियाणा चुनाव के बाद अब इस पार्टी पर मंडराया अस्तित्व खत्म होने का संकट, बीजेपी कर चुकी है गठबंधन

नई दिल्ली। हरियाणा में विधानसभा का चुनाव बीजेपी के लिए बेहद शानदार रहा। पार्टी को राज्य के 90 सीटों में कुल 48 सीटों पर सफलता मिली। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में राज्य में पार्टी के सीटों और वोट शेयर में इजाफा हुआ हैं। 2024 के चुनाव में बीजेपी को करीब 39 % वोट मिले। लगभग इतना ही वोट शेयर हासिल करने वाली कांग्रेस के सीटों में इजाफा हुआ है। लेकिन पिछले चुनाव के बाद सत्ता में रहने वाली JJP और INLD के लिए यह चुनाव उम्मीदों पर पानी फेरने वाला रहा।

INLD पर मंडराया अस्तित्व खत्म होने का संकट

INLD को जहां 2 सीटों पर सफलता मिली वहीं JJP का खाता भी नहीं खुला।  2 सीटें जीत कर तीसरे नंबर पर रहने वाली INLD के लिए चुनावी नतीजों के बाद  पार्टी के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे में हरियाणा की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) 4.14 फीसदी वोट के साथ 2 सीटें मिली। जिसके बाद नियमतः पार्टी का इलेक्शन सिंबल छिन सकता है

क्षेत्रीय दल के लिए क्या है नियम ?

चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार किसी पार्टी को पार्टी का सिंबल बनाए रखने के लिए लगातार दो चुनाव में कम से कम तीन सीट और तीन फीसदी वोट शेयर हासिल करना जरूरी होता है।

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लगातार 2 चुनाव में 3 फीसदी वोट शेयर से कम

2024 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को जहां 4.14 फीसदी वोट के साथ 2 सीटें मिली वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 2.44 फीसदी वोट शेयर के साथ महज एक सीट पर ही जीत मिली थी। ऐसे में पार्टी लगातार दो सीटों में ना तो 3 सीटें जीत सकी और ना ही 3 फीसदी वोट शेयर हासिल कर सकी। ऐसे में पार्टी के  सिंबल और पार्टी के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है।

INLD को 1998 में मिला था क्षेत्रीय दल का दर्जा

ज्ञात हो कि 2019 विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा में INLD का दबदबा था। पार्टी को 1998 में क्षेत्रीय दल का दर्जा मिला था। 1998 के चुनाव में पार्टी को चार लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी। 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले INLD में टूट हुई और जेजेपी बनी। 2019 के विधानसभा चुनाव में INLD का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं था पार्टी को केवल एक सीट मिली थी। जबकि INLD से टूट कर अलग हुई JJP ने 10 सीटें हासिल कर ली। 2024 के चुनाव में JJP का खाता भी नहीं खुला।