Election Commission: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव 2024 के लिए तारीखों का ऐलान किया है. जहां महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, जबकि झारखंड सदन का कार्यकाल 5 जनवरी को समाप्त हो रहा है.
भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जहां पर भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.
जम्मू-कश्मीर का चुनाव हुआ ऐतिहासिक
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने इसे ऐतिहासिक चुनाव बना दिया है.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “भारत के चुनाव आयोग (Election Commission) की ओर से, हम जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के सभी मतदाताओं को चुनावों में मजबूती से भाग लेने के लिए धन्यवाद देते हैं. जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र के उत्सव को ऐतिहासिक बना दिया है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत हर चुनाव में गोल्डन स्टैंडर्ड स्थापित कर रहा है.”
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चुनाव आयोग ने वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग लोगों के लिए सुविधाओं की घोषणा की है, जिनमें शामिल हैं:
●85 वर्ष या उससे अधिक आयु के मतदाता और दिव्यांग मतदाता फॉर्म 12डी भरकर वैकल्पिक घर से मतदान सुविधा का लाभ उठा सकते हैं
●रैंप, व्हीलचेयर, स्वयंसेवक, मतदान में प्राथमिकता, परिवहन सुविधा।
●सक्षम ऐप
महाराष्ट्र में एक तो झारखंड में 2 चरणों में होगा चुनाव
भारत के चुनाव आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, जबकि झारखंड में चुनाव दो चरणों में – 13 और 20 नवंबर को होंगे. दोनों परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “महाराष्ट्र में 1,86,00 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, जबकि झारखंड में 29,000 से ज़्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. महाराष्ट्र में करीब 9.6 करोड़ लोग वोट डालने के पात्र हैं, जबकि झारखंड में 2.6 करोड़ लोग मतदान करेंगे.
महाराष्ट्र भाजपा के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
हरियाणा में सत्ता में वापसी के बाद, भाजपा महाराष्ट्र में भी इसी तरह की जीत की उम्मीद कर रही है, जहां विपक्षी एमवीए चार महीने पहले 48 लोकसभा सीटों में से 30 जीतने के बाद से उत्साहित दिख रही है. सूत्रों ने कहा है कि भाजपा 105 सीटों पर, शिवसेना 40 पर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 41 पर चुनाव लड़ेगी. इस प्रकार कुल 288 सीटों में से 102 पर अभी भी फैसला नहीं हुआ है. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त होगा, जिसका मतलब है कि उससे पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
झारखंड में क्या हो रहा है?
वर्तमान में, झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में से, भारत ब्लॉक के पास 44 सीटें हैं और भाजपा के पास 30 हैं, जबकि सात सीटें खाली हैं. 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा.
उपचुनावों की तारीख का भी हुआ ऐलान
लगभग 50 उपचुनाव होने वाले हैं, चुनाव आयोग उनके लिए भी चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है. इसमें 43 सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव का मतदान कराया जाएगा जिसमें उत्तर प्रदेश की 9 सीटें भी शामिल हैं. तो वहीं पर बची हुई 7 सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव कराया जाएगा.
15 राज्यों में 48 एसी और 2 पीसी के उपचुनावों का कार्यक्रम जारी
वायनाड उपचुनाव 13 नवंबर को होगा तो वहीं पर उत्तराखंड में केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव, महाराष्ट्र में नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव 20 नवंबर को होंगे. सभी उपचुनावों की मतगणना 23 नवंबर को होगी.
महाराष्ट्र में मुख्य दावेदार कौन हैं?
महाराष्ट्र चुनाव में मुख्य दावेदार सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन है, जिसमें भाजपा, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं और विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन है, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं. राज्य में 48 सीटों के लिए हाल ही में हुए संसदीय चुनावों में विपक्षी एमवीए ने अच्छा प्रदर्शन किया.
भाजपा की हिस्सेदारी पांच साल पहले 23 सीटों से घटकर 9 सीटों पर आ गई. एमवीए ने 30 सीटें हासिल कीं. 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं.
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