GUWAHATI: गुरुवार को त्रिपुरा के अगरतला से मुंबई के लिए चलने वाली अगरतला-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस की आठ बोगियां असम के डिबालोंग स्टेशन पर पटरी से उतर गईं. राहत की बात ये है कि इस हादसे में किसी के हताहत होने या गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है.
यह यात्री ट्रेन (संख्या 12520) गुरुवार सुबह अगरतला से रवाना हुई थी और लुमडिंग-बदरपुर हिल खंड में लुमडिंग डिवीजन के तहत डिबालोंग स्टेशन पर शाम 3:55 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उत्तर पूर्वी सीमांत रेलवे (एनएफआर) के अधिकारियों ने बताया कि कुछ डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए, लेकिन किसी बड़ी दुर्घटना या गंभीर चोट की खबर नहीं है.
एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने एक बुलेटिन में कहा, “ट्रेन के कुछ डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए, लेकिन कोई हताहत या बड़ी चोट की खबर नहीं है.” बाद में, त्रिपुरा में प्रेस सूचना ब्यूरो ने एक पोस्ट में जानकारी दी कि कुल आठ डिब्बे पटरी से उतरे हैं.
राहत ट्रेन और चिकित्सा सहायता ट्रेन को दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है, और वरिष्ठ रेलवे अधिकारी बचाव और पुनर्स्थापन कार्यों की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंचे हैं.
लुमडिंग-बदरपुर एकल लाइन खंड पर रेलगाड़ियों की आवाजाही को तब तक निलंबित कर दिया गया है जब तक कि पटरी से उतरी बोगियों को हटाया नहीं जाता. दुर्घटना के कारणों की अभी तक कोई जानकारी नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन धीमी गति से चल रही थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर कहा, “कोई हताहत या बड़ी चोट नहीं हुई है, और सभी यात्री सुरक्षित हैं. हम रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं, और राहत ट्रेन जल्द ही स्थल पर पहुंच जाएगी.”
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी एक्स पर पोस्ट किया, “लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के सभी यात्री सुरक्षित हैं. धीमी गति के कारण हादसे का प्रभाव कम हुआ और किसी भी यात्री को चोट नहीं आई.”
रेलवे अधिकारियों ने दो हेल्पलाइन नंबर, 03674 263120 और 03674 263126 जारी किए हैं। फंसे हुए यात्रियों के लिए अलग से ट्रेन की व्यवस्था की गई है. हादसे के कारण कई ट्रेनें रद्द, पुनर्निर्धारित और नियंत्रित की गई हैं.