Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने आज (25 अक्टूबर) अजित पवार वाली NCP में शामिल हो गए हैं. जीशान ने NCP प्रमुख अजित पवार और सुनीत तटकरे की मौजूदगी में पार्टी सदस्यता ग्रहण की. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने जीशान सिद्दीकी को बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
बांद्रा पूर्व से मिला टिकट
वहीं इस बार के चुनाव में वे NCP के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. महा विकास अघाड़ी में शामिल शिवसेना (UBT) ने बांद्रा पूर्व से वरुण देसाई को चुनावी मैदान में उतारा है.
NCP में शामिल होते ही अजित पवार ने जीशान को उन्हीं की सीट बांद्रा पूर्व से टिकट दिया है. इसके साथ ही इस्लामपुर से निशिकांत पाटिल, तासगांव-कवठे महाकाल से संजयकाका रामचंद्र पाटिल, अणुशक्ती नगर से सना मलिक, वडगाव शेरी से सुनील टिंगरे, थिरुर से ज्ञानेश्वर (माउली) कटके और लोहा से प्रताप पाटिल को टिकट दिया गया है.
बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं जीशान
बता दें कि जीशान दिवंगत NCP नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे हैं. जीशान मुंबई युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और बांद्रा पूर्व विधानसभा सीट से विधायक है. बता दें कि उनके पिता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
एनसीपी में शामिल होने के बाद जीशान सिद्दीकी ने कहा, “कई लोगों ने राजनीतिक तौर पर बहुत सी बातें कीं, उन्होंने राजनीतिक मुद्दे उठाए. मैंने अपने पिता को खो दिया और कई लोगों ने इसका गलत तरीके से राजनीतिक इस्तेमाल किया. मैं कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कहना चाहूंगा क्योंकि वे हमेशा शिवसेना (यूबीटी) के दबाव में आते हैं.”
एनसीपी ने मुझ पर जताया भरोसा
उन्होंने आगे कहा “मैंने कांग्रेस में सालों बिताए हैं, मुझे निराशा है कि कांग्रेस ने हमेशा मेरी कद्र नहीं की. लेकिन जब उन्हें पता चलेगा कि शिवसेना (यूबीटी) सही नहीं है, तो मुझे लगता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता खुश होंगे. एनसीपी ने मुझ पर भरोसा जताया है और इसके लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं. मैं हमेशा उनके साथ रहूंगा जिन्होंने इन मुश्किल वक्त में मेरा साथ दिया.”
कांग्रेस के नेता और MVA के नेता मेरे संपर्क में थे- जीशान सिद्दीकी
एनसीपी में शामिल होने के बाद जीशान सिद्दीकी ने कहा, “महा विकास अघाड़ी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए और कांग्रेस की सीट शिवसेना (यूबीटी) को दे दी गई, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस के नेता और महा विकास अघाड़ी के नेता मेरे संपर्क में थे, लेकिन उनका इरादा धोखा देने का था.”
उन्होंने कहा, “उस मुश्किल समय में, अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और एनसीपी ने मुझ पर भरोसा किया. मैं उनका आभारी हूं. यह मेरे पिता का अधूरा सपना था कि हमें यह सीट फिर से जीतनी है और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ना है. इसके लिए लड़ते हुए उनकी हत्या कर दी गई. उनका खून मेरी रगों में बहता है और मैं उनकी लड़ाई लड़ूंगा और बांद्रा ईस्ट को रिकॉर्ड अंतर से जीतूंगा.”
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