महाराष्ट्र चुनाव के लिए महायुति का सीट बंटवारा अंतिम चरण में… मुंबई ईस्ट और इस्लामपुर पर चक्रव्यूह तैयार!

Published

महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होनी है. उससे पहले शुक्रवार (25 अक्तूबर) को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घोषणा की कि आगामी चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा लगभग पूरी हो चुकी है, 288 में से केवल 11 सीटों पर अंतिम निर्णय होना बाकी है. अजित पवार ने कहा, “कल पूरा दिन दिल्ली में चर्चा में बीता और आज हमारे वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल चर्चा कर रहे हैं. अगर मैं साफ कहूं तो 288 सीटों में से केवल 11 सीटें ही बची हैं, जिन्हें तय करना है कि किसे कौन सी सीट मिलेगी… हम चर्चाओं से सर्वश्रेष्ठ निर्णय लेने की कोशिश कर रहे हैं.”

महायुति सीट बंटवारे पर क्या बोले अजित पवार?

महायुति सीट बंटवारे पर उपमुख्यमंत्री ने मीडिया को भी आगाह किया और उनसे किसी भी दावे को प्रकाशित करने से पहले सत्यापित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, “हमारी चर्चा अभी भी जारी है. मैं मीडिया से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे बिना पुष्टि किए कुछ भी न लिखें… हम चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. जब तक हम कुछ न कहें, तब तक यह निष्कर्ष न निकालें कि किसी को टिकट दिया गया है और किसी को नजरअंदाज किया गया है.”

इस बीच, एनसीपी ने आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची की घोषणा की, जिसका उद्देश्य इस नई सूची के साथ अपनी स्थिति मजबूत करना है. उल्लेखनीय है कि एनसीपी नेता नवाब मलिक की बेटी सना मलिक अणुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी.

बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान बांद्रा ईस्ट से लड़ेंगे चुनाव

जीशान सिद्दीकी, जो पहले ही दिन एनसीपी में शामिल हुए थे, उन्हें बांद्रा ईस्ट से चुनाव लड़ने के लिए चुना गया है. पार्टी में शामिल होने के बाद सिद्दीकी ने कहा, “यह मेरे और मेरे परिवार के लिए एक भावनात्मक दिन है. मैं अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे का आभारी हूं कि उन्होंने इन कठिन समय में मुझ पर विश्वास किया. सभी लोगों के प्यार और समर्थन से मैं निश्चित रूप से एक बार फिर बांद्रा ईस्ट से जीत हासिल करूंगा.”

इतना ही नहीं जीशान ने सोशल मीडिया के माध्यम से बांद्रा ईस्ट की जनता से अपील की और अपने पिता के कातिलों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब जो लोग उन्हें नीचे लाए, वे मुझ पर अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं. यह मानते हुए कि वे जीत गए हैं, उनसे मैं कहना चाहता हूं एक शेर का खून मेरी रगों में दौड़ रहा है मैं अभी भी यहां हूं, निडर और अटूट. उन्होंने एक को ले लिया, लेकिन मैं उनकी जगह पर उठ खड़ा हुआ हूं. यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. आज मैं वहीं खड़ा हूं जहां वह खड़े थे. जीवित, अथक और तैयार. बांद्रा पूर्व के मेरे लोगों, मैं हमेशा आपके साथ हूं.

NCP की दूसरी लिस्ट में BJP के इन पूर्व नेताओं को मिली जगह

वहीं, एनसीपी की दूसरी सूची में इस्लामपुर के लिए पूर्व भाजपा नेता निशिकांत पाटिल और तासगांव-कवठे महांकाल के लिए संजयकाका रामचंद्र पाटिल का नाम भी शामिल है, दोनों ही अजित पवार की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए.

जिसपर भाजपा के पूर्व नेता निशिकांत भोसले पाटिल ने कहा, “मैं आज हमारे नेता देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर एनसीपी में शामिल हो गया हूं. इस्लामपुर विधानसभा सीट एनसीपी के खाते में जाने के कारण मुझे भाजपा से एनसीपी में जाना पड़ा.” साथ उन्होंने इस बात का भी दावा किया कि, “मैं इस्लामपुर सीट से एनसीपी के टिकट पर चुनाव जीतूंगा.” हालांकि, निशिकांत पाटिल के लिए इस्लामपुर सीट पर मुकाबला आसान नहीं रहेगा. उन्हें एनसीपी (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल से मुकाबला करना होगा.

NCP में क्यों शामिल हुए BJP के नेता?

वहीं, पूर्व सांसद संजयकाका पाटिल ने कहा कि, “एनसीपी महायुति का हिस्सा है. महाराष्ट्र चुनाव में हमारे जिले की तासगांव और इस्लामपुर सहित दो विधानसभा सीटें एनसीपी के खाते में चली गईं हैं. मुझे चुनाव लड़ना था और इसलिए मैं एनसीपी में शामिल हो गया.”

भाजपा के पूर्व नेताओं का एनसीपी में आना वो भी पार्टी के वरिष्ठ नेता के कहने पर, यह इस बात की ओर इशारा करता है कि महायुति महाराष्ट्र में अपना राजनीतिक चक्रव्यूह सजा चुकी है.

अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में वडगांव शेरी से सुनील टिंगरे, शिरुर से ज्ञानेश्वर (मौली) कटके और आयरन से प्रताप पाटिल चिखलीकर शामिल हैं. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, जबकि सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी.

बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं. वहीं, 2014 में भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें ही हासिल कर पाई थी. लेकिन तब शिवसेना महाविकास अघाड़ी का हिस्सा थी, और अब शिवसेना और एनसीपी में बंटवारे के बाद दो गुंटों (महायुति और महाविकास अघाड़ी) के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है.