यह रिपोर्ट वर्ष 2019 विधानसभा चुनावों और इसके बाद हुए उपचुनावों में उम्मीदवारों द्वारा जमा किए गए हलफनामों पर आधारित है. रिपोर्ट में विभिन्न पहलुओं पर निम्नलिखित मुख्य जानकारी दी गई हैं, जैसे- उम्मीदवारों की चल-अचल संपत्ति, पार्टीवार आपराधिक मामलों का विश्लेषण, दर्ज आपराधिक मामले और शैक्षणिक योग्यता आदि.
रिपोर्ट में जारी एक टेबल के आधार पर राज्य के 74 विधायकों में से 36 यानी 49 प्रतिशत पर आपराधिक मामले दर्ज है, और 26 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें से 6 विधायकों पर हत्या का प्रयास (धारा 307) और 2 के खिलाफ महिला अपराध, जबकि एक पर बलात्कार की धारा 376 के तहत मामला दर्ज है. वहीं, 50 विधायक ऐसे हैं, जो करोड़पति हैं, जिनकी औसतन संपत्ति 3.74 करोड़ रुपये है.
पार्टीवार आपराधिक मामलों का विश्लेषण
- भाजपा के 26 में से 13 (50%) विधायकों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
- झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के 25 में से 12 (48%) विधायकों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
- कांग्रेस (INC) के 16 में से 8 (50%) विधायकों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
उच्चतम संपत्ति वाले विधायक
- रमेश्वर उरांव (कांग्रेस) – कुल संपत्ति 28 करोड़ रुपये से अधिक.
- कुशवाहा शशिभूषण मेहता (भाजपा) – कुल संपत्ति 27 करोड़ रुपये से अधिक.
- कल्पना मुरमू सोरेन (JMM) – कुल संपत्ति 25 करोड़ रुपये से अधिक.
न्यूनतम संपत्ति वाले विधायक
- मंगल कालिंदी (JMM) – कुल संपत्ति 30 हजार रुपये.
- अंबा प्रसाद (कांग्रेस) – कुल संपत्ति 4.74 लाख रुपये.
- समीर कुमार महंती (JMM) – कुल संपत्ति 6.64 लाख रुपये.
वहीं, मौजूदा विधायकों की शैक्षणिक योग्यता की बात करें, तो 23 विधायकों ने अपनी योग्यता 8वीं से 12वीं कक्षा तक घोषित की है, जबकि 47 विधायकों ने स्नातक या उच्च स्तर की शिक्षा घोषित की है.
अगर मौजूदा विधायकों की आयु पर बात करें, तो 25 से 50 वर्ष की उम्र वाले 48 विधायक हैं, जबकि 26 विधायकों की उम्र 51-80 वर्ष के बीच है और 74 में से 12 महिला विधायक हैं.