बल्ह घाटी में बरसात से 50 गांव हुए प्रभावित, ज्यूणी घाटी में भी बारिश का तांडव

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मंडी/हिमाचल प्रदेश: मंडी जिले में हो रही भारी बारिश के कारण बल्हघाटी में बाढ़ आने से जलभराव हो गया है। घाटी का अधिकतर भाग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। ज्यूणीघाटी और जिले के अन्य स्थानों पर भी भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। ज्यादा तबाही बल्हघाटी में देखने को मिल रही है। यहां पर पानी इतना ज्यादा आ चुका है कि यह पता नहीं चल पा रहा है कि सड़क कहां पर है और नाले कहां पर। सड़कों पर ट्रेफिक रोक दिया गया है। लोगों के घरों, दुकानों, खेतों और व्यावसायिक केंद्रों में भारी पानी घुस गया है जिससे उनका लाखों का नुकसान हो गया है।

करोड़ों रुपये का हुआ नुकसान

अभी तक क्षेत्र में एक करोड़ रूपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। कनैड से लेकर बैहना तक बल्हघाटी के करीब 50 गांव बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। नेरचौक बाजार का भी एक हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ गया है। हिमाचल घूमने आए पर्यटक भी यहां पर फंसकर रह गए हैं और सामान लेकर जा रहे वाहन भी रास्ता बंद होने के कारण फंस गए हैं।

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बंद

स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में हुए जलभराव को लेकर कीरतपुर-मनाली फोरलेन निर्माण के दौरान एनएचएआई द्वारा सुचारू ड्रेनेज सिस्टम ना बनाने का आरोप लगाया है। बता दें कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भी यातायात के लिए पूरी तरह से बंद है जिस कारण आवाजाही नहीं हो पा रही है।

वैकल्पिक मार्ग भी बीच-बीच में बंद हो रहे हैं। घूमने आए पर्यटकों ने बताया कि उन्हें यहां की स्थिति के बारे में दिल्ली में ट्रेवल एजेंट गुमराह कर रहे हैं। वो यह कहकर पर्यटकों को यहां भेज रहे हैं कि हिमाचल में स्थिति सामान्य है। यदि पहले ही सच्चाई बता दें तो यहां आने से परहेज ही किया जाएगा।

रिपोर्ट- नितेश सैनी