हिमाचल में भारी बारिश का कहर, 10 से 15 लोगों के फंसे होने की आशंका

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हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारीश से तबाही मच गई हैं. सोलन में बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई और राजधानी शिमला शहर में समरहिल के पास बड़ा लैंडस्लाइड हुआ। यहां पर शिंव बौड़ी मंदिर पर भूस्खलन हुआ। जानकारी के मुताबीक 30 लोग फंसे हुए है। कहीं मंदिर ढहा, कहीं कॉलेज तो कहीं लैंस्लाइड से तबाही, हिमाचल से सोनल तक प्रकृति का कहर.

उत्तराखंड में भी आसमान से आफत बरस रही है. स्कूल कॉ़लेज बंद कर दिए गए हैं. कई जगहों पर रास्ते बंद हैं. लोग जगह जगह फंसे हैं. मंडी से लेकर सिरमौर तक हालात खराब हैं। हिमाचल के कई जिलों में लगातार 24 घंटे से बारिश हो रही है।राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा राज्य मार्ग और उपमंडलों की संपर्क सड़कें भूस्खलन से बंद होने के कारण निगम की बसें रवाना नहीं हो पाईं।

भारी बारिश के बाद सड़कें अवरुद्ध होने से रविवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम(एचआरटीसी) के करीब 1800 रूटों पर बस सेवाएं प्रभावित रहीं। राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा राज्य मार्ग और उपमंडलों की संपर्क सड़कें भूस्खलन से बंद होने के कारण निगम की बसें रवाना नहीं हो पाईं। शिमला-कालका, शिमला-मंडी और शिमला-रामपुर सहित अन्य राजमार्गों पर यातायात प्रभावित रहा। मुख्य मार्ग के अलावा वैकल्पिक मार्गों पर भी भूस्खलन के कारण रविवार को बस सेवाएं प्रभावित रहीं।

राजधानी शिमला में सर्कुलर रोड पर पूरे दिन यातायात प्रभावित रहा। शिमला-चंडीगढ़ हाईवे पर परवाणू चक्की मोड़ के पास पूरे दिन बार-बार सड़क बंद होती रही। कांगड़ा-पठानकोट और चंड़ीगढ़-मनाली हाईवे पर भूस्खलन से बस सेवाएं प्रभावित हुईं। यात्री न मिलने से निगम ने कुछ रूटों पर बसें क्लब करके संचालित की। चक्की मोड़ के पास नेशनल हाईवे बंद होने से शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर जिले से चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए बस सेवाएं प्रभावित रहीं।

लेखक: अंशिका रावत