ठाकरे की चुनौतियों पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाया फुल स्टॉप! शाह के साथ पर क्या बोले शिंदे?

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भारत निर्वाचन आयोग ने एकनाथ शिंदे की टीम को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दे दी है। आयोग ने शुक्रवार को शिवसेना का ‘तीर-कमान’ चुनाव चिह्न भी शिंदे गुट को दे दिया है। इस फैसले के बाद उद्धव ठाकरे की टीम को करारा झटका लगा है। उद्धव ठाकरे को अपनी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न दोनों खोना पड़ा। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुणे में एक रैली को सम्भोदित करते हुए बगैर नाम लिए उद्धव ठाकरे पर तंज कसा और चुनाव आयोग के फैसले की सराहना की। साथ ही गृह मंत्री ने कहा की 17 फरवरी को चुनाव आयोग ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है।

शिंदे को मिला शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह

दरअसल 17 फरवरी को चुनाव आयोग ने शिवसेना पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह को एकनाथ शिंदे गुट को देने का फैसला किया। इसके बाद से उद्धव कैंप में नाराजगी छाई हुई है। एक तरफ ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देने की बात कही है, तो वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ एकनाथ शिंदे गुट को सौंप दिया है। चुनाव आयोग के फैसले के एक दिन बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने 18 फरवरी को कहा कि अमित शाह ने उनके साथ चट्टान की तरह खड़े रहने का वादा पूरा किया।

शिंदे का भाजपा के साथ गठबंधन

एकनाथ शिंदे ने बताया कि अमित शाह ने मुझसे कहा था शिंदे जी आप आगे बढ़ें, हम आपके पीछे चट्टान की तरह खड़े रहेंगे और उन्होंने वही किया जो उन्होंने कहा था। ये सब जानते हैं कि बीते साल जून महीने में एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिर गई और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया। शिंदे ने बाद में भाजपा के साथ गठबंधन में महाराष्ट्र में सरकार बनाई, जिसके बाद शिंदे ने शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों और 18 लोकसभा सदस्यों में से 13 के समर्थन का दावा किया था।