बागपत/उत्तर प्रदेश: ठगी का शिकार होकर करीब 4 लाख रुपये गवां चुके किसान ने जंगल में पेड़ से लटकर आत्महत्या कर ली। क्योंकि तीन से चार लाख रुपये लेने के बाद भी ठगी करने वाला गिरोह किसान को लगातार परेशान और ब्लैकमेल कर रहा था। जिसके बाद किसान ने बदनामी के डर से किसान ने आत्महत्या कर ली।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, ये पूरा मामला दोघट थाना क्षेत्र के पलडी गांव का है। जहां एक भोला भाला किसान सत्यवीर सिंह पुत्र शेरसिंह शातिर ठगी करने वाले गिरोह का शिकार हो गया । ठगी करने वाले गिरोह ने किसान को झांसे में लेकर उसका एक अश्लील वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वीडियो को वायरल करने का डर दिखाते हुए किसान को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। किसान ने समाज के डर से शातिर गिरोह को तीन से चार लाख रुपये भी दे दिए, जो कभी नेट बैंकिंग से तो कभी चेक द्वारा दिए गए।
सुसाइड नोट ने खोले कई राज
ठगी करने वाले गिरोह की मांग और बढ़ती रही। जिससे तंग ओर परेशान होकर किसान ने जंगल में पेड़ पर फांसी का फंदा लगाया और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक किसान की जेब से निकले सुसाइड नोट में आत्महत्या के राज का पर्दाफाश हुआ। जिसमें साफ तौर पर मृतक किसान ने लिखा कि मेरी मौत के जिम्मेदार ठगी करने वाले अजय कुमार वर्मा और एक महिला है।
सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। हालांकि बताया जा रहा है, कि ठगी करने वाले गिरोह के बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर सब फर्जी हैं और लोकेशन भी ट्रेस नहीं हो पा रही है। बड़ा सवाल यह है कि पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर ठगी करने वाले गिरोह को किस तरह गिरफ्तार करती है।