Ayodhya Ram Temple First Diwali: भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली दीपावली होगी ऐतिहासिक, बनेगा विश्व रिकार्ड

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Ayodhya Ram Temple First Diwali

Ayodhya Ram Temple First Diwali: देशभर में 1 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी। अयोध्या में भगवान रामलला के नव मंदिर में विराजित होने के बाद यह पहली दीपावली बेहद भव्य और दिव्य रूप में मनाई जाने वाली है। इसके लिए देशभर के लोगों में खासा उत्साह भी है। अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम में इस बार नया विश्व रिकॉर्ड कायम करने की तैयारी की जा रही है। इस साल रामनगरी में छोटी दीपावली पर 55 घाटों पर 25 लाख से भी ज्यादा दीए प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।

जानकारी के मुताबिक, इसकी अगुआई खुद डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल द्वारा की जा रही है। प्रो0 प्रतिभा गोयल के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन ने 30 हजार स्वयंसेवकों को लगाने की तैयारी की है, जिनकी मदद से सातवीं बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अयोध्या धाम का नाम दर्ज होगा। इन सब के बीच खास बात यह है कि 25 लाख दीए जलाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 28 लाख दीए बिछाये जाएंगे।

दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू

उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद की पहली दीपावली ऐतिहासिक बनायी जाएगी। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने देश में आठवें दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए अपनी कमर कस ली है। वहीं, दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देना भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शुरू कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, दीपोत्सव में साझेदारी के लिए रजिस्ट्रेशन की तारिख विस्तारित कर दी गई है। बता दें, अब 15 अक्टूबर तक सहभागिता के लिए पंजीकरण किया जाएगा। वहीं, स्वयंसेवकों के दीपोत्सव आईकार्ड को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, 20 अक्टूबर से स्वयंसेवकों को आईकार्ड बांटना शुरू कर दिया जायेगा।

जल्द ही शुरू होगा घाटों की मार्किंग का कार्य

दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर नोडल समन्वयक प्रो0 एसएस मिश्र ने बताया कि “राम पैड़ी के 55 घाटों पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए 25 लाख दीए प्रज्ज्वलित किए जाने के लक्ष्य को लेकर 28 लाख दीए बिछाये जायेंगे। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 30 हजार स्वयंसेवक तैनात किए जायेंगे। इनमें विवि परिसर सहित 14 महाविद्यालय, 37 इण्टर कालेज, 40 NGO शामिल हैं।” इसी के साथ उन्होंने बताया कि “विश्वविद्यालय द्वारा मैपिंग का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। 17 या 18 अक्टूबर से घाटों पर कर्मियों द्वारा मार्किंग का कार्य शुरू हो जाएगा।”

90 हजार लीटर तेल का होगा इस्तेमाल

राम की पैड़ी के सभी घाटों पर 16 गुणे 16 ब्लॉक में 30 एमएल दीए में 30 एमएल सरसों का तेल डाला जाएगा। सभी दीयों में कुल मिलाकर 90 हजार लीटर सरसों का तेल लगेगा जिसका इंतेजाम जिला प्रशासन के सहयोग से पूरा किया जा रहा है।

बता दें, 26 अक्टूबर से घाटों पर दीए की खेप को पहुंचाना शुरू किया जाएगा। 27 अक्टूबर से स्वयंसेवकों घाटों पर दीए बिछाने का कार्य करेंगे। इसके बाद 30 अक्टूबर को दीए प्रज्ज्वलित किए जाएंगे और विश्व रिकार्ड बनेगा।