Bomb threats: धमकियों के मामले में सरकार ने X और मेटा को लगाई फटकार; ये तो जुर्म को बढ़ावा देना हुआ

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Bomb threats: हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उड़ानों को बम धमकी देने वाले संदेशों से जुड़े मामले में केंद्र सरकार ने X और मेटा पर सख्त रुख अपनाया है. सरकार ने X की प्रतिक्रिया को ‘अपराध में सहयोग’ जैसा माना है.

क्या है मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एयरलाइनों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों X और मेटा के अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक बुलाई थी. इस दौरान, दिल्ली पुलिस ने कुछ खातों की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया, जिनसे उड़ानों को धमकी देने वाले संदेश पोस्ट किए गए थे, लेकिन X से आवश्यक जानकारी नहीं मिल सकी.

बता दें कि पिछले नौ दिनों से अब तक 170 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बम धमकी मिल चुकी है. पुलिस ने अब तक 8 एफआईआर दर्ज की हैं. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि X के तीन खातों – @adamlanza111, @psychotichuman, और @schizobomer777 को धमकी भरे संदेश पोस्ट करने में शामिल पाया गया है. हालांकि, इन खातों को बाद में सस्पेंड कर दिया गया.

इन धमकियों के दौर में अब तक एयरलाइंस अकासा एयर, एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा जैसी एयरलाइनों को हर रोज बम की धमकी मिल रही हैं, जिसके चलते उनकी कुछ उड़ानों को प्रभावित किया जा रहा है. पहला मामला 16 अक्टूबर को सामने आया था, जब बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की उड़ान को X पर धमकी मिलने के बाद दिल्ली लौटना पड़ा था.

धमकियों के कारण 600 करोड़ा का नुकसान

मीडिया में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इन धमकियों के चलते एविएशन सेक्टर को करीब 600 करोड़ का नुकसान हो चुका है. क्योंकि किसी भी फ्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद उसे नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाता है. लेकिन उससे पहले कई घंटों तक फ्लाइट को आसमान में उड़ना पड़ता है, जब तक कि उसकी स्कैनिंग ने हो जाए. इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है, विमान की दोबारा जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्हें उनके मंजिल तक पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था करनी पड़ती है. इसमें करीब 3 करोड़ रुपए प्रति फ्लाइट खर्चा आ रहा है.

बता दें कि आगे की कार्रवाई केंद्र सरकार अपराधियों को ‘नो-फ्लाई’ सूची में डालने और कड़े कानूनी कदम उठाने पर विचार कर रही है.