FBI ने विकास यादव को घोषित किया ‘वांटेड’; जानें कौन है विकास यादव और उसके खिलाफ क्या हैं आरोप?

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विकास यादव, जो पहले भारतीय सरकार के कैबिनेट सचिवालय में काम कर चुके हैं, पर अमेरिका में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। अमेरिका के न्याय विभाग ने गुरुवार को उन पर “मर्डर-फॉर-हायर” और “मनी लॉन्ड्रिंग” के आरोप लगाए हैं। विकास यादव को एफबीआई ने भी अपनी “वॉन्टेड” सूची में शामिल कर लिया है।

FBI ने विकास यादव को भगोड़ों की सूची में डाला

भारत सरकार के एक पूर्व अधिकारी विकास यादव पर अमेरिकी अधिकारियों ने सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में विकास यादव की कथित भूमिका के लिए आरोप लगाया है. न्याय विभाग ने गुरुवार (17 अक्टूबर) को 39 वर्षीय विकास यादव के खिलाफ आपराधिक आरोपों की घोषणा की है. वहीं, DOJ के इस आरोप के बाद नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मामले के संबंध में अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग में पहचाने गए व्यक्ति के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए पुष्टि की कि वह व्यक्ति “अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है.”

बता दें कि संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने भी विकास यादव को अपने “वांछित” भगोड़ों की सूची में डाल दिया है.

विकास यादव कौन है और उसके खिलाफ क्या आरोप हैं?

विकाश यादव एक भारतीय सरकारी कर्मचारी हैं, जिन पर गुरपतवंत सिंह पन्नु की हत्या की एक विफल योजना में शामिल होने के आरोप हैं. उन पर “हत्या के लिए योजना बनाना और धन शोधन” के आरोप लगाए गए हैं. अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, विकास यादव अभी भी फरार हैं.

FBI के निदेशक क्रिस्टोफर व्रे ने बताया कि यादव ने एक आपराधिक सहयोगी के साथ मिलकर अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या करने की साजिश रची. इस आपराधिक सहयोगी का नाम निखिल गुप्ता है, जिसे चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया है.

यूएस अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा कि आज के आरोप यह दिखाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिका के नागरिकों को लक्षित करने के प्रयासों को सहन नहीं करेगा. वहीं, FBI ने विकाश यादव की तीन तस्वीरों के साथ ‘वांटेड’ पोस्टर जारी किया है. उनके खिलाफ 10 अक्टूबर को एक संघीय गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था.

न्यायालय के आरोप पत्र के अनुसार, यादव ने “सुरक्षा प्रबंधन” और “खुफिया” में जिम्मेदारियों का उल्लेख किया है. यादव ने पहले भारत की केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में भी सेवा की है. आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि यादव और गुप्ता ने मिलकर एक व्यक्ति को पन्नु की हत्या के लिए काम पर रखा था, लेकिन वह अज्ञात व्यक्ति FBI का गुप्तचर था. उसने इस काम के लिए एक लाख डॉलर की मांग की थी, जिसमें से 15 हजार डॉलर का अग्रिम भुगतान किया गया था. यह भुगतान 9 जून, 2023 को न्यूयॉर्क में एक कार में हुआ था.

भारत ने क्या कहा?

बभारत सरकार ने इस साजिश में अपनी संलिप्तता से साफ इनकार कर दिया है, और इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया है, ताकि मामले की जांच ठीक से हो सके. यही कारण है कि अमेरिकी अधिकारियों ने भारतीय जांच समिति के सहयोग पर संतोष जताया है और दोनों देशों के बीच जांच प्रक्रिया जारी है.