flood in bihar: बिहार में पटरी से उतरा आम लोगों का जनजीवन, नए इलाकों में फैल रहा बाढ़ का पानी

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नई दिल्ली। नेपाल में भारी बारिश से बिहार में भीषण में तबाही(flood in bihar) हुई है। पहाड़ी इलाकों मेंहुई बारिश का दंश मैदानी इलाका झेल रहा हैं। बिहार में आयी बाढ़ ने राज्य के सीमांचल और मिथिलांचल क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। प्रदेश के करीब 19 जिले के 12 लाख से ज्यादा लोग इस आपदा से प्रभावित है।

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राज्य में भीषण बाढ़(flood in bihar) को लेकर राज्य सरकार से बताया कि नेपाल में इस बर्ष हुई भीषण बारिश के चलते नेपाल और बिहार के बीच बहने वाली नदियां खास कर कोसी और गंडक में नेपाल की तरफ से पानी छोड़ा गया। नेपाल ने बीरपुर बैराज से 6.61 लाख क्यूसेक पानी और बाल्मीकिनगर बैराज से भी 5.62 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा। नेपाल द्वारा इतने भारी मात्र में पानी छोड़ने के कारण बिहार में हालत बिगड़ गए हैं।

12 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित

सीमांचल और मिथिलांचल सहित अन्य 19 जिलों में 12 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। पिछले 3 दिनों से इन इलाकों में भिन्न संगठनों द्वारा, 209 कम्युनिटी किचन संचालित किया जा रहा है। इन किचन के जरिए करीब 87 हजार से अधिक लोगों को भोजन मिल रहा हैं। जगह-जगह पर राहत शिवर खोले गए है। जहां 12 हजार लोगों ने शरण ले रखी है। इसके अलावा बाढ़ में फंसे लोगों के लिए 840 नावों और 10 बोट एंबुलेंस का परिचालन किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित जिले में पश्चिमी चम्पारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण, सहरसा और कटिहार जिले शामिल है।

11.50 हजार करोड़ रुपये का पैकज

मंगलवार को केंद्र सरकार ने बिहार के लिए केंद्रीय आपदा राहत कोष से 655 करोड़ रुपए जारी किए। इससे पहले केंद्रीय बजट में बिहार को 58900 करोड़ रुपये के स्पेशल पैकेज की घोषणा की थी। स्पेशल पैकेज में 11.50 हजार करोड़ रुपये सिर्फ बाढ़ आपदा से राहत और बचाव के लिए है।

-गौतम कुमार