भारत ने राजस्थान के पोखरण में किया VSHORADS मिसाइल का सफल परीक्षण

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नई दिल्ली। भारत ने राजस्थान के जैसलमेर में पोखरण फायरिंग रेंज में स्वदेशी रूप से विकसित VSHORADS मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। DRDO द्वारा राजस्थान के पोखरण रेंज में विकास परीक्षणों के हिस्से के रूप में बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली के तीन परीक्षण किए गए । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षणों में शामिल DRDO, भारतीय सेना और उद्योग को बधाई दी और कहा कि आधुनिक तकनीकों से लैस यह नई मिसाइल हवाई खतरों के खिलाफ सशस्त्र बलों को और अधिक तकनीकी बढ़ावा देगी।

सोशल मीडिया पर पोस्ट

रक्षा मंत्री कार्यालय द्वारा शनिवार(5 अक्टूबर) को X पर किए गए पोस्ट में कहा गया कि DRDO भारत ने पोखरण से चौथी पीढ़ी की तकनीकी रूप से उन्नत लघु हथियार प्रणाली VSHORADS के तीन उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसमें शामिल DRDO, भारतीय सेना और अन्य लोगों को बधाई दी है। VSHORADS मिसाइल का पिछले कुछ वर्षों से विकास किया जा रहा है और उम्मीद है कि ये कम दूरी पर दुश्मन के विमानों, ड्रोन और अन्य हवाई लक्ष्यों से निपटने के लिए बलों की महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करेंगी।

विवादों का शांतिपूर्ण समाधान की जरूरत : राजनाथ सिंह

इससे पहले शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में इंडो-पैसिफिक रीजनल डायलॉग (IPRD) 2024 को संबोधित करते हुए विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत का समर्थन व्यक्त किया और इंडो-पैसिफिक में देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि भारत ने विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की लगातार वकालत की है और क्षेत्रीय संवाद, स्थिरता और सामूहिक विकास को बढ़ावा देने में आसियान की केंद्रीयता पर जोर देते हुए इंडो-पैसिफिक में देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने की मांग की है।

इंडो-पैसिफिक के लिए भारत है विश्वसनीय और पसंदीदा सुरक्षा भागीदार :रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री ने इंडो-पैसिफिक के लिए भारत के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इंडो-पैसिफिक के लिए भारत का दृष्टिकोण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सागर क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के विचार पर आधारित है क्योंकि हम ऐसी साझेदारी को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं जो सतत विकास, आर्थिक विकास और आपसी सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत का अपने भागीदारों के साथ जुड़ाव इस समझ से निर्देशित है कि सच्ची प्रगति केवल सामूहिक कार्रवाई और तालमेल के माध्यम से ही हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के कारण भारत को इस क्षेत्र में एक विश्वसनीय और पसंदीदा सुरक्षा भागीदार और पहला उत्तरदाता माना जाता है।

-गौतम कुमार