Satellite based toll system: हाईवे पर अब नहीं दिखेंगे टोल नाके, सैटेलाइट बेस्ड टोल टैक्स सिस्टम से कटेगा टोल

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले, सड़कों पर टोल टैक्स पर एक नया कदम उठाया जा रहा है, जिसमें सरकार ने ‘उपग्रह आधारित पथकर प्रणाली’ (Satellite based toll system) को लागू करने का एलान किया है। इस नई प्रणाली के अनुसार, सैटेलाइट बेस्ड टोल टैक्स को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सड़क यातायात में आसानी होगी और लोगों को रुकने की जरूरत नहीं होगी।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने राज्यसभा के प्रश्नकाल के दौरान इस नई प्रणाली के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत टोल नाकों को हटा दिया जाएगा और लोगों को रुकने की जरूरत नहीं होगी। व्यक्तिगत वाहनों की नंबर प्लेट्स की फोटो ली जाएगी, और केवल इतनी ही दूरी का टोल टैक्स लिया जाएगा, जिसे वाहन चालक के बैंक खाते से काटा जाएगा।

गडकरी ने बताया, “फास्ट टैग व्यवस्था का उपयोग 98.5 प्रतिशत लोगों ने किया है और 8.13 करोड़ फास्ट टैग जारी किए गए हैं। इसके तहत हर दिन औसतन 170 से 200 करोड़ रुपये का रोड टैस्क आता है।”

इस सुधार के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है सड़कों पर यातायात को सुधारना और लोगों को आरामदायक यात्रा का अनुभव कराना है। यह नई प्रणाली न केवल टोल नाकों को कम करेगी, बल्कि व्यक्तिगत वाहन चालकों को भी यात्रा को सुरक्षित और सहज बनाए रखेगी।

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