किशनगंज: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा शेरशाह वादी समुदाय को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद जिले में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन मांझी चार दिन पहले किशनगंज पहुंचे थे. सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कथित तौर पर शेरशाह वादी समुदाय के लोगों को बाहरी बताया. इतना ही नहीं, मांझी ने यह भी दावा किया कि शेरशाह वादी समुदाय के लोगों ने आदिवासियों की जमीन हड़प ली है.
ऑल इंडिया शेरशाह वादी संगठन ने की निंदा
इस बयान के बाद अब ऑल इंडिया शेरशाह वादी संगठन ने मांझी के विरोध में जन आंदोलन करने की तैयारी शुरू कर दी है. भाजपा नेता और सह ऑल इंडिया शेरशाह वादी संगठन के जिला सचिव अब्दुर रहमान ने भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा दिया गया विवादित बयान काफी शर्मनाक है. उन्होंने यह भी कहा कि मांझी को बिहार के शेरशाह वादी समुदाय के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
‘जिम्मेदार व्यक्ति को बेतुकी बयानों से बचना चाहिए’
उन्होंने आगे कहा कि मांझी माफी मांगें अन्यथा उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जन आंदोलन किया जाएगा. रहमान ने आगे कहा कि एक जिम्मेदार व्यक्ति को ऐसी बेतुकी बयानों से बचना चाहिए. ए आई एम आई एम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने भी शेरशाह वादी को मेहनती और जुझारू बताया. उन्होंने कहा कि पूरी बात पता होने से पहले किसी भी बात पर गलत बयान नहीं देना चाहिए.