महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में 7,995 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है, जिसमें घाटकोपर ईस्ट से भाजपा के प्रत्याशी पराग शाह ने सबसे अमीर उम्मीदवार के रूप में अपनी पहचान बनाई है. चुनावी हलफनामे में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 3,383.06 करोड़ रुपये बताई है. इसके साथ ही, उनके पास 2 करोड़ रुपये कैश भी है. इसके अलावा उन्होंने इसी चुनावी हलफनामे में अपने ऊपर 54 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज भी बताया है.
2019 से अब तक 575% की संपत्ति वृद्धि
पराग शाह 2019 में पहली बार घाटकोपर ईस्ट से विधायक बने थे. उस समय उनकी संपत्ति 550.62 करोड़ रुपये थी, लेकिन बीते पांच वर्षों में उनकी संपत्ति में 575% का इजाफा हुआ है. इससे पहले 2017 के बीएमसी चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति 690 करोड़ रुपये घोषित की थी, जो अब बढ़कर 3,383.06 करोड़ हो चुकी है.
MICI ग्रुप के अध्यक्ष और रियल एस्टेट कारोबारी
पराग शाह MICI ग्रुप के अध्यक्ष हैं और 25 वर्षों से इस कंपनी का संचालन कर रहे हैं. उनकी कंपनी महाराष्ट्र, गुजरात और चेन्नई सहित अन्य शहरों में रियल एस्टेट में सक्रिय है. उनकी पत्नी मानसी शाह के पास भी करोड़ों की संपत्ति है, जिसमें कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी शामिल हैं.
54 करोड़ से अधिक का कर्ज
चुनाव आयोग को दी जानकारी के अनुसार पराग शाह पर 54.14 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसमें उनके नाम पर 43.29 करोड़ रुपये और उनकी पत्नी के नाम पर 10.85 करोड़ रुपये का कर्ज शामिल है.
मीडिया से बातचीत में पराग शाह ने बताया कि वे भगवान के बहुत आभारी हैं और अब देश के लिए कुछ करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वे अपनी बचत का 50% हिस्सा समाज सेवा के लिए देते हैं. उनके पास अपनी कोई गाड़ी भी नहीं है.
5 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं पराग शाह
2017 में बीएमसी चुनाव के दौरान पराग शाह बीएमसी के इतिहास के सबसे अमीर उम्मीदवार रह चुके हैं. उसके बाद 2019 में भी पराग शाह ने 550.62 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ महाराष्ट्र के सबसे अमीर उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. इस बार उन्होंने अपने इस रिकॉर्ड को 3383 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ बनाए रखा है. अगर देखा जाए, तो पराग की संपत्ति में हर साल हजारों करोड़ रुपये का इजाफा हो रहा है. लेकिन उसके बाद भी उनके नाम पर एक भी गाड़ी नहीं है और उनके पास मुंबई के घाटकोपर, चेंबूर में फ्लैट और ठाणे में एक बंगला है. यही कारण है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में पराग शाह की संपत्ति और उनकी सामाजिक सेवा में योगदान का विषय चर्चा का केंद्र बना हुआ है.