दिल्ली में जल संकट और राजनीतिक हलचल; अरविंद केजरीवाल की रिहाई और जल मंत्री आतिशी का अनिश्चितकालीन अनशन

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नई दिल्ली: आज का दिन दिल्ली के लिए राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से रिहा होने वाले हैं, तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की घोषणा की है। इस घटनाक्रम से दिल्ली की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

अरविंद केजरीवाल की रिहाई

अरविंद केजरीवाल, जो कुछ समय से तिहाड़ जेल में थे, आज जेल से बाहर आने वाले हैं। उनकी रिहाई को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं और नेताओं में उत्साह देखा जा रहा है। केजरीवाल की पत्नी, सुनीता केजरीवाल, सुबह 10:45 बजे अपने आवास से जल मंत्री आतिशी के साथ राजघाट के लिए रवाना होंगी। उनके साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे।

जल मंत्री आतिशी का अनिश्चितकालीन अनशन

दिल्ली में पानी की भारी किल्लत के मुद्दे पर जल मंत्री आतिशी ने अनिश्चितकालीन अनशन का निर्णय लिया है। आतिशी का कहना है कि दिल्ली के कई इलाकों में पानी की भारी समस्या है और इस समस्या के समाधान के लिए राज्य और केंद्र सरकार के बीच सहयोग की आवश्यकता है। आतीशी सुबह 11 बजे राजघाट जाएंगी और उसके बाद दोपहर 12 बजे से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करेंगी। सुनीता केजरीवाल के साथ वे अनशन स्थल पर जाएंगी और वहां से अनशन की शुरुआत करेंगी।

4 बजे तिहाड़ जेल पहुंचेंगी सुनिता केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने तय किया है कि अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल से रिहाई के समय सम्मानित तरीके से स्वागत किया जाएगा। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता जैसे सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन सीएम हाउस पहुंच चुके हैं। केजरीवाल की रिहाई के समय सुनीता केजरीवाल भी तिहाड़ जेल पहुंचेंगी, जहां वे करीब 4 बजे के आसपास मौजूद रहेंगी।

जल संकट पर आम आदमी पार्टी का रुख

आम आदमी पार्टी दिल्ली के जल संकट को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार दबाव बना रही है। पार्टी का कहना है कि दिल्ली में पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए। आतिशी का अनशन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा सके।