Bihar News: जीवित्पुत्रिका पर्व पर स्नान के दौरान नदी में डूबने से 7 बच्चे समेत 43 की मौत, 3 लापता

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Jivitputrika Festival Tragedy

नई दिल्ली। बिहार से एक बड़े हादसे की खबर सामने आ रही है। जहां जीवित्पुत्रिका (जीतिया) पर्व के दौरान नदी और तलाब में स्नान करने गए लोगों में 7 बच्चे समेत 43 की डूब कर मौत (Jivitputrika Festival Tragedy) हो गई। जबकि 3 लोग लापता है।

3 लोग लापता

समाचार एजेंसी ने सरकार के हवाले से यह जानकारी दी कि राज्य में जीवित्पुत्रिका पर्व के अवसर पर नदी और तलाब में स्नान करने गए लोगों में 43 लोगों की मैत हो गई। मरने वालों में 7 बच्चे भी शामिल थे। वहीं इस दौरान 3 लोग लापता भी हुए हैं।

36 घंटों तक निर्जला उपवास

ज्ञात हो कि जीवित्पुत्रिका बिहार समेत सभी हिन्दी भाषी राज्यों में महिलाएं अपने बच्चों की खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं। लेकिन बिहार में इसकी धूम घर-घर देखने को मिलती है। इस दौरान महिलाएं 36 घंटों तक निर्जला उपवास रखती है। मान्यता है कि जीवित्पुत्रिका व्रत करने से संतान का स्वास्थ्य अच्छा रहता रहता है।

ओठगन से शुरु होती है जीवित्पुत्रिका व्रत

महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु के लिए जितिया व्रत करती है। व्रत की शुरुआत ओठगन से होती है, इस दौरान व्रती महिला के साथ पूरा परिवार सुबह-सुबह उठकर चूड़ा-दही खाते हैं। इसके बाद दीवार में ओट लगाकर पानी पीने की प्रथा है। मिथिला में इस प्रथा को ओठगन कहा जाता है। इसके साथ निर्जला व्रत शुरू होती हैं।

-गौतम कुमार