आतंकियों से लोहा लेते हुए जम्मू-कश्मीर में कर्नल, मेजर, DSP समेत 5 जवान हुए शहीद, एक लापता

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नई दिल्ली/डेस्क: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ दो एनकाउंटर में 3 अफसर और 2 जवानों की शहादत हो गई है, जबकि एक जवान लापता है। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, पुलिस के एक DSP और एक मेजर शामिल हैं।

अनंतनाग में बुधवार को सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की। इसमें कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक, DSP हुमायूं भट, और एक जवान शहीद हो गए। एक जवान लापता है और उसके घायल होने की आशंका है।

इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े प्रतिबंधित रेजिस्टेंट फ्रंट ने ली है। अधिकारियों का मानना है कि ये वही आतंकी हैं, जिनसे 4 अगस्त को कुलगाम के जंगल में मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए थे।

राजौरी में मंगलवार को एनकाउंटर के दौरान एक जवान की मौत हो गई और दो आतंकी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान एक आर्मी डॉग की भी मौत हो गई, उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए अपनी जान को खतरे में डाल दिया। राजौरी में एनकाउंटर खत्म हो गया है।

सुपुर्द-ए-खाक हुए शहीद DSP हुमायूं भट

शहीद DSP हुमायूं भट को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। वे दक्षिण कश्मीर के त्राल के निवासी थे और उनकी पिछले साल ही शादी हुई थी। उनका एक 2 महीने का बच्चा भी है।

इस साल कश्मीर में तीन साल के अंदर यह सबसे बड़ा हमला है, जिसमें इतने बड़े अफसरों की शहादत हुई है। पहले के मामले में, 30 मार्च 2020 को हंदवाड़ा में 18 घंटे चले हमले में कर्नल, मेजर, और सब-इंस्पेक्टर समेत पांच अफसर शहीद हो गए थे।

40 आतंकी मारे गए

जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर में 40 आतंकी मारे गए हैं, जिनमें 8 स्थानीय और बाकी सभी विदेशी आतंकी थे। राजौरी एनकाउंटर साइट से बरामद हुई AK-47 और गोलियां, जिसके साथ ही पाकिस्तान में बनी दवाएं भी मिलीं।

नॉर्डर्न आर्मी कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान घाटी में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है, और सीमा पार से कट्टरपंथी आतंकी भेजने का प्रयास कर रहा है, लेकिन वह उन्हें उनके नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं होने देगी। इस साल अब तक 26 आतंकी मारे गए हैं, जिसमें 10 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए हैं।

11 सितंबर को सुरक्षाबलों को राजौरी के नरला गांव में 3-4 आतंकी के छिपे होने की जानकारी मिली थी, और इसके बाद वहां तलाशी अभियान चलाया गया।

छापेमारी के दौरान आतंकी ने अपने दुश्मनों पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस साल अब तक राजौरी-पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने 26 आतंकियों को मार गिराया है, और 11 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं।

11 सितंबर को सुरक्षाबलों को राजौरी के नरला गांव में 3-4 आतंकी के छिपे होने की जानकारी मिली थी, और इसके बाद वहां तलाशी अभियान चलाया गया। छापेमारी के दौरान आतंकी अपनी दुश्मनों पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

इस साल अब तक राजौरी-पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने 26 आतंकी को मार गिराया है, और 11 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं। इस साल अब तक राजौरी-पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने 26 आतंकी को मार गिराया है, और 11 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं।

लेखक: करन शर्मा