नई दिल्ली: भारत में कोविड 19 के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। साथ ही NJ1 सब-वेरिएंट का खतरा भी स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताएं बढ़ा सकता है। क्योंकि JN1 सब-वेरिएंट के मामले केरल, कर्नाटक, दिल्ली, गोवा, यूपी और अब पटना में भी सामने आने लगे हैं। WHO भले ही JN1 सब-वेरिएंट को कम खतरनाक बता रहा हो, लेकिन JN1 मामलों के सबसे बड़े अनुपात वाले देशों- फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर, कनाडा, ब्रिटेन और स्वीडन के बाद, अब भारत के कई हिस्सों से भी इसके मामले बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं, जो भारत के लिए एक चिंता का विषय हो सकता है।
क्या है JN1 सब-वेरिएंट?
JN1 “पिरोला” वेरिएंट BA2.86 का वंशज है, जो अपने आप में एक ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट है। JN1 में BA2.86 की तुलना में एक अतिरिक्त उत्परिवर्तन रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (L455S) है। JN1 में रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन क्लास 1, 2, और 3 में व्यापक प्रतिरोध है और BA2.86 और अन्य प्रतिरोधी उपभेदों की तुलना में उच्च प्रतिरक्षा को कम कर सकता है।
अगर आसान भाषा में समझें, तो JN1 ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट पिरोला से ही म्यूटेट होकर निकला है, जो शरीर के अंदर वायरस की गंभीरता को बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को चकमा देने में माहिर हो सकता है। WHO के अनुसार, JN1 में उपस्थित स्पाइक प्रोटीन लोगों को संक्रमित करने में वायरस की मदद करता है।
भारत में तीन हाजर के करीब पहुंची एक्टिव केसों की संख्या!
भारत में कोविड मामलों की बात करें तो, भारत में गुरुवार को 594 नए COVID -19 के संक्रमित मामले दर्ज किए गए, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या पिछले दिन के 2,311 से बढ़कर 2,669 हो गई। केरल से तीन, कर्नाटक से दो और पंजाब से एक – छह और लोगों की वायरल बीमारी से मौत के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,327 हो गई।