नई दिल्ली/डेस्क: मायावती ने अपने 68वें जन्मदिन पर सोमवार को बड़ा एलान किया है। पार्टी दफ्तर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान किया। इस मौके पर उन्होंने अपने पुराने सहयोगी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर करारा हमला किया।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं और इनसे बचकर रहना चाहिए। उन्होंने खुद की संन्यास की अफवाहों का खंडन किया और बताया कि वह अभी भी पार्टी के लिए काम करेंगी। मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि मुफ्त राशन देकर लोगों को गुलाम बनाने की साजिश की जा रही है।
इसके अलावा उन्होंने अपनी पिछली सरकारों की योजनाओं की सराहना की और मोदी सरकार पर इन योजनाओं की नकल करने का आरोप लगाया और कहा कि इसके बावजूद जातिवादी, पूंजीवादी और संकीर्ण मानसिकता के कारण लोगों को इन योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है।
मायावती ने केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर भी कड़ा तंज कसते हुए कहा कि वे धर्म और संस्कृति की आग में राजनीति कर रहे हैं, जिससे लोकतंत्र कमजोर हो रहा है।
अपनी गठबंधन की इच्छा पर भी बोलते हुए, मायावती ने कहा कि गठबंधन करने से पार्टी को नुकसान होता है और इसलिए वह अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बसपा दलितों, आदिवासियों, मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों के समर्थन पर निर्भर करके अकेले ही चुनाव लड़ेगी और गठबंधन के बारे में बाद में विचार करेगी।
लेखक: करन शर्मा