नई दिल्ली/डेस्क: भारत में ठंडी ठंडी हवाएं चल रही हैं, और इस समय लोगों की बातचीत में गर्मी, रजाई, कंबल, स्वेटर, जैकेट, और शॉल के इर्द गिर्द ही घूम रही है। गोवा, बेंगलुरु, पुडुचेरी, और दक्षिण भारत के राज्यों में बीयर पीने का मौसम हमेशा ही रहता है, और जब गर्मियों की दोपहर में ठंडी बीयर की चुस्की मिल जाए, तो यह सुख का अहसास कराती है।
भारत में बीयर पीने का चलन बढ़ रहा है, और बीयर की वैरायटी भी बढ़ रही है। आज, भारत में 100 से ज्यादा प्रकार की बीयर बनती हैं। बीयर को लागर, व्हीट, ऐल, आइपीए, और स्टाउट जैसी श्रेणियों में बांटा जाता है। लागर बीयर सबसे ज्यादा पसंद की जाती है, लेकिन माइक्रो ब्रूअरीज के आने से और भी विविध बीयर स्टाइल्स में बदलाव आया है।
बीयर की विभिन्न श्रेणियों में अंतर होता है, जैसे लागर हल्की और सुखद होती है, ऐल फ्रूटी और मीठी होती है, स्टाउट गहरे रंग की और कॉफी का टेस्ट होता है, आइपीए तीखी और स्ट्रांग होती है, और क्राफ्ट बीयर में अनेक स्वाद विकल्प होते हैं।
लागर बीयर, ऐल, स्टाउट, पोर्टर, और आईपीए बीयर भारत में प्रमुख रूप से बनती हैं, जबकि क्राफ्ट बीयर कंपनियां भी नए और अद्वितीय स्वाद के साथ उत्पादित हो रही हैं। इस पूरे चलन ने बीयर को भारत में सबसे लोकप्रिय सॉफ्ट अल्कोहल ड्रिंक बना दिया है। तो अगली बार जब आप बीयर की दुकान पर खड़े हों, तो इन सभी श्रेणियों के बारे में जरूर सोचें। शायद आपकी ऐसी बीयर की तलाश पूरी हो जाए जो आपके लिए ही बनी हो।
लेखक: करन शर्मा