यूपी में 11 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस, क्या यूपी में रंग लाएगी अखिलेश की स्ट्रैटेजी?

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लखनऊ/उत्तर प्रदेश: पिछले कुछ दिनों से जिस I.N.D.I.A आलायंस में सीट बंटवारे को लोकर खीचा-तानी दिखाई दे रही थी। उसी खेमें से अब राहत की खबर सामने आई है। ये खबर उत्तर प्रदेश के अखिलेश खेमे से हैं। वास्तव में, कांग्रेस और सपा ने यूपी में साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर मुहर लगा दी है। आखिरकार, अखिलेश यादव की सपा और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। अखिलेश यादव ने खुद कहा है कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 11 सीटें दी हैं। यूपी में 2024 के सामान्य चुनाव में एसपी और कांग्रेस मिलकर भाजपा को कठिन प्रतिस्पर्धा देने के लिए तैयार हैं।

अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया और कहा कि, “हमारा कांग्रेस के साथ मिलनसर गठबंधन 11 मजबूत सीटों के साथ अच्छी शुरुआत हो रही है। यह प्रबल सीटों के साथ आगे बढ़ेगा। ‘I.N.D.I.A’ टीम और ‘पीडीए’ स्ट्रैटेजी इतिहास को बदल देगी।”

आखिर कांग्रेस को माननी ही पड़ी अखिलेश यादव की बात!

पिछले कुछ दिनों से सीटों के बंटवारे के मामले में सपा और कांग्रेस के बीच तनाव था। लेकिन कई बैठकों के बाद, सीटों का मुद्दा कांग्रेस और सपा के बीच निर्धारित हो गया है। पहले रिपोर्टें आई थीं कि कांग्रेस, सपा से बड़ी संख्या में सीटों की मांग रही थी। लेकिन सपा मुखिया अखिलेश इसके लिए तैयार नहीं थे। अखिलेश की नाराजगी इस बात को लेकर साफ दिख रही थी कि कांग्रेस पिछले दरवाजे से बसपा सुप्रीमो मायावती से संपर्क साध रही थी, लेकिन जब बात नहीं बनी तो अंत में सीटें सपा और कांग्रेस के बीच बांट ली गई हैं।

यूपी में रंग लाएगी अखिलेश की स्ट्रैटेजी!

अखिलेश कई बार पीडीए शब्द का इस्तेमाल करते रहे हैं। अखिलेश यादव की माने तो पीडीए का मतलब पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक है। अखिलेश यादव का कहना है कि ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन और ‘पीडीए’ स्ट्रैटेजी इतिहास को बदल देगी। ‘I.N.D.I.A’ 28 सदस्यों के विपक्षी गठबंधन का संयोजन है, जिसमें एसपी, कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके और आप शामिल हैं।