भारत में हर साल सर्वाइकल कैंसर से 70,000 महिलाओं की मौत, क्या HPV वैक्सीन है जीवन रक्षक?

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नई दिल्ली/डेस्क: पूनम की मौत की ने लोगों को हिला दिया था, और इसकी वजह सर्वाइकल कैंसर बताई गई थी। लोग बहुत परेशान थे क्योंकि कोई सबूत नहीं था जो इस खबर को साबित करता। लेकिन, पूनम ने शनिवार को वीडियो बनाकर यह स्पष्ट किया कि वह जीवित हैं और सर्वाइकल कैंसर की वजह से उनकी मौत नहीं हुई है।

पूनम ने वीडियो में माफी मांगी है और कहा कि इस स्टंट का मकसद सिर्फ लोगों में जागरूकता फैलाना था। अब पूनम के इस पोस्ट पर लोग उनकी जमकर आलोचना कर रहे हैं। काफी लोग उनके इस स्टंट को घटिया बता रहे हैं।

इस समय, सर्वाइकल कैंसर के बारे में भारत में चर्चा तेज़ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में हर साल 1.25 लाख नए सर्वाइकल कैंसर के मामले दर्ज होते हैं, और 70,000 से अधिक महिलाएं इस बीमारी से मर जाती हैं। इस बीमारी के खिलाफ जागरूकता और टीकाकरण की आवश्यकता है।

सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय की कोशिकाओं में होता है और इससे होने वाली कुल मौतों में से भारत में 23% मौतें होती हैं।

एचपीवी टीका सर्वाइकल कैंसर से बचाव का एक उपाय है और भारत में 2023 में Cervavac नामक वैक्सीन की शुरुआत हुई थी, जिसका मूल्य 4,000 रुपये (या एक खुराक के लिए 2,000 रुपये) है। यह वैक्सीन भारत का पहला क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस (qHPV) वैक्सीन है।

एचपीवी टीके सर्वाइकल कैंसर के अलावा अन्य कैंसरों में भी लाभकारी हैं, और इसलिए इसे 2030 तक लड़कियों को पूरी तरह से लगाने का लक्ष्य हासिल किया जाना चाहिए।

लेखक: करन शर्मा