‘जन्म से OBC नहीं हैं PM मोदी’ राहुल गांधी के इस बयान पर सुशील मोदी का पलटवार, बताया वह गुमराही में है…

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नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से भारतीय राजनीति में एक नया जातिवादी विवाद उभरा है, जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हैं। यह विवाद उनके बयानों और आपसी आरोपों के माध्यम से उभरा है। ओडिशा के झारसुगड़ा में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के मौके पर राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि पीएम मोदी अपनी जाति को ओबीसी बताकर देश को गुमराह कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी खुद को ओबीसी बताकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि वे तेली समुदाय से हैं। गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2000 में ओबीसी सूची में शामिल किए जाने के बारे में बताते हुए, राहुल ने कहा कि मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक घमासान मचा है। क्योंकि कुछ दिनों पहले ही पीएम मोदी ने कांग्रेस पर ओबीसी जातियों की अनदेखी का आरोप लगाया था। पीएम मोदी की इस अरोप पर पलटवार करते हुए, राहुल गांधी ने जवाब देते हुए कहा कि पीएम मोदी ओबीसी नहीं बल्कि एक सामान्य जाति से संबंधित हैं।

वहीं, सुशील मोदी का दावा है कि राहुल गांधी को उनके जातिवादी इतिहास के बारे में याद दिलाने की आवश्यकता है, जब कांग्रेस ने पहले भी जातिवाद के खिलाफ विरोध किया था।

राहुल गांधी का आरोप

  • राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी ने अपनी जाति को ओबीसी बताकर देश को गुमराह किया है।
  • गांधी ने जातिवाद के खिलाफ उठाई गई आलोचना को बढ़ाते हुए कहा कि मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं, बल्कि सामान्य जाति के हैं।

सुशील मोदी का राहुल पर पलटवार

इसके परिणामस्वरूप, जातिवाद में उत्तरदाता राहुल गांधी के बयान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि’ “राहुल गांधी अपनी जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के गुजरात की कांग्रेस सरकार के फैसले पर झूठा प्रचार कर रहे हैं।”

सुशील कुमार मोदी का जवाब

  • बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राहुल गांधी के आरोपों का पलटवार करते हुए कहा है कि वह खुद गुमराही में हैं।
  • सुशील मोदी ने बताया कि नरेंद्र मोदी को ओबीसी में शामिल करने का फैसला 1994 में हुआ था, जब मोदी सरकारी पद पर नहीं थे।
  • उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इतिहास में पिछड़ा विरोधी रही है और राहुल गांधी खुद भी जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।

जातीय सर्वे पर सवाल

  • सुशील मोदी ने राहुल गांधी से कुछ सवाल पूछे, जैसे कि क्यों कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में जातीय सर्वेक्षण नहीं हुआ?
  • उन्होंने कहा कि जब तेलंगाना में कांग्रेस सत्ता में थी, तो वहां भी जातीय सर्वे क्यों नहीं हुआ?

बता दें कि आम चुनाव 2024 से पहले राजनीति के इस दंगल में राजनेताओं के बीच होने वाला ये वाद-विदाद राजनीति में सरगर्मी बढ़ा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ आने वाले चुनावों में एक महत्वपूर्ण रोल निभा सकता है।