नई दिल्ली/डेस्क: पाकिस्तान और भारत ने एक साथ स्वतंत्रता प्राप्त की, लेकिन भारत ने विकास में काफी प्रगति की है जबकि पाकिस्तान अभी भी आतंकवाद, हिंसा और गरीबी की समस्याओं से जूझ रहा है। अब इन समस्याओं से तंग आकर पीओके के लोग खुद ही भारत में विलय करना चाहते हैं।
पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले पीओके के लोगों की जिंदगी बद से बदतर होती जा रही है। इसलिए बेहतर जिंदगी की तलाश में ये लोग अब भारत में रहना चाहते हैं।
पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों से पीड़ित लोगों की स्थिति बेहद गंभीर है। कई लोग पूछते हैं कि वे कब तक यह प्रताड़ना सहेंगे। पीओके के रहने वाले अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि लोगों को बिना समय बर्बाद किए जल्द से जल्द भारत से जुड़ जाना चाहिए।
पाकिस्तानी सेना दशकों से पीओके में दबाव डाल रही है और कश्मीर में आतंक फैला रही है। कश्मीर में धर्म के नाम पर फैलाए गए आतंक का परिणाम भी दिख रहा है, जो लोगों को अब समझ में आने लगा है।
पीओके में स्थिति और भी गंभीर है, यहां के लोगों के लिए जीवन गुलामी से भी बदतर है। पाकिस्तानी सेना और सरकार ने पीओके के संसाधनों पर कब्जा कर रखा है, जिसके चलते लोगों को खाने के लिए भी मुसीबतें झेलनी पड़ रही हैं। लोगों को अब समझ आ रहा है कि उनका भविष्य पाकिस्तान में नहीं है, और वे भारत में जाकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
लेखक: करन शर्मा