शंभू बॉर्डर पर किसान हुए उग्र… स्थिति संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए

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नई दिल्ली/डेस्क: ‘दिल्ली चलो’ मार्च के लिए फिर से तैयार किसान इस बार बॉर्डर पर पुलिस की किलेबंदी तोड़ने के लिए बुलडोजर और जेसीबी जैसी भारी मशीनें लेकर डटे हुए हैं. हालांकि किसान नेताओं ने ऐलान किया वे इन मशीनों का उपयोग नहीं करेंगे और केवल आंदोलन के नेता ही आगे बढ़ेंगे. इस बीच सूत्रों ने खबर दी है कि केंद्र सरकार और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच आज ही 5वें राउंड की बैठक हो सकती है.

किसान आंदोलन पर अपडेट :

  • केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि 5वें दौर की बैठक में हम किसानों से बात करने और एमएसपी, पराली जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं. मैं उनसे शांति बनाए रखने की अपील करता हूं और हमें इसका हल निकालना चाहिए. बातचीत से समाधान निकलना चाहिए.
  • हरियाणा पुलिस ने किसानों को सलाह दी कि वे अपनी भीड़ को नियंत्रित रखें और घग्गर नदी पुल पर हरियाणा पुलिस के बैरिकेट्स के पास ना आएं.
  • पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर किसान आंदोलन के बीच सरकार आज गन्ना किसानों को बड़ी राहत दे सकती है. सूत्रों के मुताबिक़ आज की कैबिनेट बैठक में सरकार गन्ना खरीद की कीमत (यानी FRP) बढ़ाने का फ़ैसला ले सकती है.
  • सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हमने तय किया है कि कोई भी किसान, युवा आगे नहीं जाएगा. सिर्फ नेता शांतिपूर्ण आगे जाएंगे. हम सरकार से आज भी मांग करेंगे कि दिल्ली से बड़ा फैसला करें. आप कहें कि MSP पर गारंटी कानून बनाएंगे, ये आंदोलन अभी खत्म हो सकता है.
  • पंजाब सरकार ने इमरजेंसी सुविधाओं के लिए तैयारी की है. हरियाणा बॉर्डर पर SSF की गाड़ियां तैनात की गईं हैं. भारी संख्या में एंबुलेंस पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर तैनात है. किसानों की सुविधा के लिए पानी के टैंकर और टॉयलेट का इंतजाम भी किया गया है. बॉर्डर के पास सभी अस्पतालों में सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है.
  • शंभू बॉर्डर पर किसान उग्र हो गए हैं. पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं.

राकेश टिकैत ने कहा

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वे लोग दिल्ली कूच को लेकर योजना बना रहे हैं. कल संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की बैठक चंडीगढ़ में है. आगे की रणनीति वे लोग तय करेंगे. यह मीटिंग आमने-सामने बैठकर की जाएगी, जिसमें देश भर के किसान हिस्सा लेंगे. एमएसपी गांरटी कानून बनना चाहिए. अगर यह नहीं बना तब पूरे देश को नुकसान होगा. सरकार इस मुद्दे पर बात नहीं मना रही है.

लेखक: इमरान अंसारी