चंडीगढ़/पंजाब: हरियाणा के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज किसान आंदोलन को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा कि उनका फर्ज है कि वह केंद्र और किसान संगठनों के बीच में पुल का काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र का काम और संगठनों का काम अलग-अलग होता है और उन्हें दोनों की मांगों को समझकर समाधान निकालना होगा।
मुख्यमंत्री ने युवा किसान शुभकरण की मौत के बारे में दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इसका मुख्य कारण यह है कि किसान दिल्ली जाना चाहते हैं और हरियाणा सरकार ने उन्हें रोकने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ना रोकती तो किसान आगे बढ़ जाते।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 22 जनवरी 2021 के बाद कोई मीटिंग नहीं हुई है और उन्होंने आज गाड़ियों और एंबुलेंसों को किसानों के लिए बॉर्डर पर लगा दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि दो मंत्री और एक MLA को आंखों के डॉक्टर के रूप में ड्यूटी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने शुभकरण के परिवार के साथ खड़ा रहने का ऐलान किया और उनकी मौत की जांच होने की मांग की। उन्होंने सभी से शांति की अपील की और कहा कि पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर बिल्कुल ठीक है। आखिर में, मुख्यमंत्री ने केंद्र से किसानों की मांगों पर गौर करने की अपील की।