किसान और सरकार के बीच हुई सुलह ! अब दो दिन के लिए टला आंदोलन

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नई दिल्ली/डेस्क: पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का आज को 10वां दिन है. किसानों ने दिल्ली कूच करने का प्लान फिलहाल 2 दिन के लिए टाल दिया है. किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत और तनावपूर्ण हालात के बाद ये फैसला लिया है.

वहीं हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन ने आज दोपहर 12 से 2 बजे तक रोड जाम करने का ऐलान किया है. इसके अलावा किसान नेता खनौरी बॉर्डर जाकर शुभकरण सिंह की मौत के मामले में वहां डटे किसानों से जानकारी लेंगे. किसान नेताओं ने कल दिल्ली कूच का ऐलान किया था. पुलिस ने लगातार आंसू गैस के गोले दागे, जिससे किसान हरियाणा में एंट्री नहीं न कर पाए. शाम होते-होते शंभू और ​​​​​​खनौरी बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण बन गए. आंदोलन के बीच सरकार और किसानों के बीच बातचीत का दौर भी चल रहा है. अब तक चार दौर की बातचीत हो चुकी है. सरकार ने पांचवें दौर की वार्ता का न्योता किसानों को दिया है. लेकिन सरकार के न्योते पर किसानों ने कहा कि अभी तक बातचीत की चिट्ठी नहीं मिली है.

इस बीच किसानों ने दिल्ली कूच का प्लान दो दिन के लिए टाल दिया है. हालांकि इस दौरान किसान शंभू बॉर्डर पर जमे रहेंगे. फसलों के लिए MSP की कानूनी गारंटी और कृषि कर्ज़ माफी सहित अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान शंभू बॉर्डर पर डेरा डाले रहेंगे.

इसी के साथ दोपहर 2 बजे के बाद गुरनाम सिंह की लीडरशिप वाली भारतीय किसान यूनियन की कोर कमेटी की बैठक होगी. बैठक में किसान नेता आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.

सवाल है कि पेच कहाँ फंस रहा है ?

केंद्र सरकार का मानना है कई लोग सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. कुछ लोग सरकार के हर ऑफर को ठुकराने में दिलचस्पी रखते हैं.

सरकार का कहना है कि वो किसानों को लेकर गंभीर है. वहीं, किसानों का कहना है कि सरकार चाहती है कि हम दिल्ली न आ पाएं. सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि दिल्ली जाना हमारा अधिकार है. हमें शांति से दिल्ली जाने दिया जाए.

लेखक: इमरान अंसारी