नई दिल्ली/डेस्क: ‘ममता बनर्जी आज मुश्किल में हैं इसलिए हर जगह दौड़ रही हैं. कांग्रेस के साथ उनकी बन नहीं रही, अपना अस्तित्व, पार्टी और नेताओं को बचाने के लिए बहुत कुछ कर रही हैं‘. ये कहना है बीजेपी सांसद दिलीप घोष का जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुलाकात को लेकर ये बात कही है. दिलीप घोष ने बताया कि किस वजह से सीएम ममता ने पीएम से मुलाकात की थी.
PM मोदी से ममता की मुलाकात
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 1 मार्च की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजभवन में मुलाकात की. पीएम मोदी राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं और रात्रि विश्राम राजभवन में करेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि ये मुलाकात प्रोटोकॉल के मुताबिक हुई. पीएम मोदी के वहां पहुंचने के तुरंत बाद शाम 6 बजे से कुछ मिनट पहले बनर्जी के काफिले को राजभवन में प्रवेश करते देखा गया. पिछले साल दिसंबर में ममता बनर्जी ने राज्य का बकाया जारी करने के लिए दबाव बनाने के लिए नई दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के अनुसार केंद्र पर पश्चिम बंगाल का 1.18 लाख करोड़ रुपये बकाया है.
राजभवन में ममता बनर्जी की दो बैठकें कीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से अलग से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने करीब 20 मिनट तक बैठक की. सूत्रों का कहना है कि संदेशखाली को लेकर चर्चा चल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ममता बनर्जी की मुलाकात में राज्य के बकाया का मुद्दा उठ सकता है.
शाहजहां पर क्या बोलीं ममता?
शाहजहां को बचाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई कुछ भी करेगा तो पार्टी उसका संज्ञान लेगी. हम किसी के लिए भी बायस्ड नहीं है. बता दें कि आरामबाग की जनसभा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया था कि संदेशखाली के आरोपी तृणमूल नेता को बचाने के लिए ममता बनर्जी और बंगाल सरकार ने पूरी ताकत लगा दी थी. हालांकि PM मोदी ने शाहजहां का नाम नहीं लिया था.
लेखक: इमरान अंसारी