पहले बच्चों को दिया जहर फिर पत्नी संग फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी

Published
भूपेंद्र विश्वकर्मा
भूपेंद्र विश्वकर्मा

मध्य प्रदेश: कहते है लाइफ ईश्वर की दी हुई सबसे खूबसूरत गिफ्ट है, फिर भी सोचने वाली बात है कि ऐसा क्या हो जाता है कि इंसान अपनी जिंदगी से परेशान हो जाता है। आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं, जहां पता चलता है कि किसी ने कहीं से कूद कर, तो कहीं फांसी के फंदे पर झूल कर, तो किसी ने जहर खा कर अपनी जान दे दी। आजकल खुदकुशी की खबरें इतनी आम हो गई है कि अखबारों और चैनलों में ये खबरें नॉर्मल बात लगती है। लेकिन भोपाल सुसाइड कांड ने सब को हिलाकर कर रख दिया है। 

पहले बच्चों को दिया जहर

भोपाल में दो बच्चों को मौत देने के बाद खुद पति पत्नी ने सुसाइड कर लिया। गुरुवार की सुबह भोपाल में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा ने पहले सेल्फी ली इसके बाद अपनी भतीजी को वाट्स में फोटो भेजी, फिर कोल्ड ड्रिंक में जहर मिलाकर दोनों बच्चों को पिला दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। कुछ देर बाद पति-पत्नी ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी।

गांव में छाया मातम

सुसाइड करने वाला परिवार रीवा के चोराहटा थाना क्षेत्र अंबा गांव का है। भोपाल से चारों शव रीवा लाए गए। जब शव मृतकों के गांव पहुंचा तो चारों ओर मातम छा गया, गांव वाले शोक में डूब गए। किसी को इस घटना पर यकीन ही नहीं हो रहा था, ऐसी क्या मजबूरी होगी कि माता-पिता ने अपने बच्चों की हत्या कर दी।

परिजनों ने किया हंगामा

अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर रखे गए शवों को परिजनों ने बाईपास ले जाकर सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। परिजन शासन से मुआवजे की मांग करने लगे। उनका कहना है की कंपनी का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। परिवार के 4 सदस्य की जान जा चुकी है। पूरे घटनाक्रम में मृतक परिवार को प्रताड़ित किया गया है। जिसके लिए उनकी मांग है कि मामले पर CBI से जांच कराई जाए है।

सुसाइड नोट के मुताबिक अंतिम संस्कार

प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को 10 हजार रुपये दिए और साथ ही जांच के लिए SIT गठित करने आदेश दे दिए गए हैं। परिजनों ने मृतकों का अंतिम संस्कार उनके इच्छा अनुसार ही किया है। दरअसल भोपाल में शवों के साथ एक सुसाइड नोट मिला था। जिसमें लिखा था कि चारों लोगों का अंतिम संस्कार एक साथ किया जाए। इस वजह से एक चिता बनाई गई जिसमें पति पत्नी को लिटाया गया साथ ही चिता के दोनों साइड दो गड्ढे बनाए गए जिसमें बच्चों को दफन किया गया।