CAA-NRC: देश में सीएए (नागरिकता संशोधन) अब लागू हो गया है, जिसकी वजह से एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर) पर भी बहस चल रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एनआरसी के बारे में एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एनआरसी को लेकर कुछ भी निर्णय चुनाव के बाद ही होगा। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि चुनाव के बाद एनआरसी आएगा।
अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि सीएए से एनआरसी का कोई रिश्ता नहीं है। यह एक अलग कानून है, जिसके तहत नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता छीनने का नहीं। उन्होंने कहा कि विपक्ष भड़का रहा है और मुस्लिम भाइयों-बहनों से कहता हूं कि इनकी बात मत मानिएगा। ये पॉलिटिक्स कर रहे हैं। सीएए से किसी की भी नागरिकता नहीं जा सकती है।
अमित शाह ने इसके साथ ही यह भी कहा कि सीएए क्यों लाया गया, उसका कारण यह था कि पांच साल पहले कानून पास हो चुका था। उन्होंने यह भी कहा कि वह हमेशा से यही कहते आए हैं कि यह पत्थर की लकीर है और यह होकर रहेगा।
लेखक: करन शर्मा