गौतम सिंघानिया और विजयपत सिंघानिया के बीच सुलह… कब शुरू हुआ था विवाद?

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नई दिल्ली/डेस्क: रेमंड ग्रुप के चेयरमैन गौतम सिंघानिया और ग्रुप के फाउंडर और गौतम के पिता विजयपत सिंघानिया के बीच सुलह होती नजर आ रही है. गौतम सिंघानिया ने बुधवार को एक्स पर अपने पिता के साथ एक तस्वीर शेयर की.

उन्होंने लिखा- आज अपने पिता को घर पर पाकर और उनका आशीर्वाद पाकर खुश हूं. सदैव आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं पापा. विजयपथ सिंघानिया ने 2015 में अपने बेटे को कंपनी की बागडोर सौंपी दी थी.

कब शुरू हुआ था विवाद?

रेमंड ग्रुप के फाउंडर विजयपत सिंघानिया ने साल 2015 में अपने बेटे गौतम सिंघानिया को रेमंड कंपनी की कमान दे दी थी. इसके कुछ दिन के बाद से ही दोनों के बीच कई चीजों को लेकर विवाद हो गया और यह पारिवारिक कलेश कोर्ट तक पहुंच गया था. साल 2017 में विजयपथ सिंघानिया ने अपने बेटे पर उनके पारिवारिक घर जेके हाउस से भी निकालने का आरोप लगाया था, लेकिन अब गौतम सिंघानिया द्वारा इस फोटो के शेयर करने के बाद से दोनों की बीच सुलह के कयास लगाए जा रहे हैं.

गौतम सिंघानिया पर पत्नी ने लगाए थे गंभीर आरोप

पिता के अलावा गौतम सिंघानिया का पत्नी नवाज मोदी से भी विवाद चल रहा है. पिछले साल एक दिवाली पार्टी में नवाज मोदी को एंट्री नहीं मिली थी. इसके बाद पति-पत्नी के बीच का झगड़ा खुलकर सामने आ गया था. इसके बाद गौतम सिंघानिया ने 13 नवंबर को अपनी पत्नी नवाज मोदी के साथ 32 साल के रिश्ते को खत्म करने का ऐलान कर दिया था. इस पूरे विवाद में विजयपथ सिंघानिया अपनी बहू नवाज मोदी का साथ देते नजर आए थे.

1925 में बनी रेमंड

कपड़ों की वजह से दुनियाभर में अपनी पहचान बनाने वाली रेमंड कंपनी 1925 में बनी थी. इसका पहला रिटेल शोरूम 1958 में मुंबई में खुला. कपड़ों के अलावा कंपनी टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग और एविएशन के क्षेत्र में भी काम कर रही थी. विजयपत सिंघानिया ने 1980 में रेमंड कंपनी की कमान संभाली. इसे आधुनिक स्वरूप में ढाला.

1986 में सिंघानिया ने रेमंड का प्रीमियम ब्रांड पार्क एवेन्यू लॉन्च किया. फैशनेबल कपड़ों की नई रेंज लॉन्च की और 1990 में देश के बाहर ओमान में कंपनी का पहला विदेशी शो रूम खोला. 1996 में सिंघानिया ने देश में एयर चार्टर सेवा शुरू की. उन्होंने 1988 में लंदन से भारत के बीच अकेले उड़ान भरी थी.

लेखक: इमरान अंसारी