पटना: बिहार में चिलचिलाती धूप और हीट वेव के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। इस भीषण गर्मी के बावजूद सरकारी स्कूल खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। हाल ही में राज्य के विभिन्न जिलों से खबरें आई हैं कि करीब 60 छात्राएं गर्मी के कारण बेहोश हो गई हैं और उनका इलाज चल रहा है।
तापमान की स्थिति
बिहार के अधिकांश शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। सबसे चिंताजनक स्थिति औरंगाबाद जिले की है, जहां तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अन्य जिलों जैसे अरवल में 46.9 डिग्री और गया में 46.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। गया जिले में इस बार का तापमान 1970 के बाद सबसे ज्यादा है, जब 14 मई को 47.01 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था।
स्कूलों की स्थिति
भीषण गर्मी के बीच स्कूल खुले रहने के कारण छात्रों और शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सूर्य की तेज किरणें लोगों के शरीर को झुलसा रही हैं और बच्चों के लिए यह स्थिति अत्यधिक खतरनाक हो गई है। गर्मी के कारण कई छात्राएं बेहोश हो गई हैं, जिन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। स्कूलों को बंद करने या समय सारिणी में बदलाव करने जैसे उपाय अपनाने की जरूरत है ताकि बच्चों की सेहत पर कोई गंभीर प्रभाव न पड़े।