बालासोर ट्रेन हादसे में मारे गए 41 लोगों के शव अभी भी लावारिस,51 दिन बाद भी नहीं मिला परिवार

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Balasore Train Accident: ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे को शायद ही कोई भूल पाया हो, क्योंकि इतिहास में सबसे बड़ा ट्रेन हादसा माना गयाष जिसमें करीब 292 लोगों ने अपनी जान गवाई थी। और करीब 1000 से अधिक लोग घायल हुए थें। वैसे तो घटना के बाद मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए थे।

लेकिन अभी भी कुछ शव ऐसे हैं जो लावारिश पड़े हुए हैं। लावारिश पड़े शव को लेकर एम्स भुवनेश्वर, ओडिशा के निदेशक डॉ. (प्रोफेसर) आशुतोष विश्वास ने मीडिया को जानकरी देते हिये बताया कि हमारे पास 40 से 41 अनक्लेम्ड बॉडी हैं। जो लोग हमारे पास आ रहे हैं और हम डीएनए टेस्ट के मिलान के बाद शव उन्हें सौंप रहे हैं, लेकिन अब ज्यादा लोग नहीं आ रहे हैं। अब एक से दो लोग ही आ रहे हैं।

हादसे को बीते 50 दिन

ये हादसा बीती 2 जून की शाम को ओडिशा के बालासोर जिले में बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास हुए हादसे को 50 दिन बीत चुके हैं। इस दुर्घटना में शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गईं थीं।

कोरोमंडल एक्सप्रेस पहले एक मालगाड़ी से टकराई थी, जिससे इसके डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उसके बाद कोरोमंडल के कुछ डिब्बे बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गए थे। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।

3 लोगों की हुई गिरफ्तार

इस मामले में अभीतक सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मोहंता, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार को 7 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 304, 201 और रेलवे एक्ट की धारा 153 के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले की अगली सुवाई 27 जुलाई को होनी है।

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