Kuwait Fire: 11 जून 2024 को दक्षिणी कुवैत में मजदूरों की एक इमारत में लगी भीषण आग ने भारी तबाही मचाई है। इस हादसे में 49 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से अधिकांश भारतीय थे। इस त्रासदी के बाद भारतीय सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए पीड़ितों की सहायता और शवों की वापसी के लिए विशेष उपाय किए हैं।
इस भीषण आग का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन यह जानकारी मिली है कि इमारत में सुरक्षा उपायों की कमी थी। आग इतनी तेजी से फैली कि कई मजदूरों को बाहर निकलने का समय भी नहीं मिला। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कई घायल गंभीर अवस्था में हैं ।
प्रधानमंत्री मोदी ने की समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के दौरे से लौटने के तुरंत बाद एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने कुवैत में आग लगने की घटना का संज्ञान लेते हुए पीड़ितों की सहायता और शवों की वापसी के लिए त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए । प्रधानमंत्री ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में इस हादसे पर गहरा शोक जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की ।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत के लिए होंगे रवाना
प्रधानमंत्री के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह 13 जून की सुबह कुवैत के लिए रवाना हो रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य घटनास्थल का निरीक्षण करना, प्रभावित भारतीयों को सहायता प्रदान करना और मृतकों के पार्थिव शवों को जल्द से जल्द भारत वापस लाना है । सिंह स्थानीय अधिकारियों और भारतीय दूतावास के साथ मिलकर इस कार्य की निगरानी करेंगे।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बयान
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कुवैत में आग की घटना से गहरा शोक हुआ है और प्रभावित परिवारों के प्रति उनकी संवेदना है । जयशंकर ने यह भी बताया कि भारतीय दूतावास इस संबंध में सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रहा है और आगे की जानकारी का इंतजार कर रहा है ।
तमिलनाडु सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अप्रवासी तमिलों के पुनर्वास और कल्याण आयुक्तालय को निर्देश दिए हैं कि वे प्रभावित तमिल नागरिकों की पूरी सहायता करें और आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराएं। इसी कड़ी में तमिलनाडु सरकार ने मदद के लिए निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
- भारत से संपर्क के लिए: +91 1800 309 3793
- विदेश से संपर्क के लिए: +91 80 6900 9900, +91 80 6900 9901