RSS नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर… बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन ने कहा- ‘हम ने राम के नाम पर राजनीति नहीं की…’

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से भाजपा पर RSS का एक के बाद एक बयान आने पर बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता नितिन नबीन का भी एक बयान सामने आया है। भाजपा नेता ने अपने बयान में कहा है कि, “बीजेपी ने कभी भी राम के नाम को राजनीति से नहीं जोड़ा है। बीजेपी ने तो देश की सांस्कृतिक विरासत को बनचाने के लिए राम जी को स्थापित किए जाने का काम किया है।”

उन्होंने आगे कहा कि, “उनका (इंद्रेश कुमार) का संदर्भ क्या है, हम उस पर ज्यादा तो टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन हम लोगों ने सांस्कृतिक विरासत को स्थापित किया है।” इतना ही नहीं भाजपा नेता से पहले बिहार में NDA की सहयोगी पार्टी JDU नेता खालिद अनवर ने भी एक प्रतिक्रिया दी है। जेडीयू नेता ने कहा कि, “आरएसएस को ये सब बयान नहीं देना चाहिए। इंद्रेश कुमार आरएसएस के बड़े नेता हैं। इनके ऊपर आतंकबाद और ट्रेन ब्लास्ट के आरोप थे। जब बीजेपी की सरकार आई तो इनको मुक्ति मिली। इन लोगों को ये सब बयान हीं देना चाहिए। अगर बीजेपी का बुरा हाल हुआ है, तो बीजेपी मंथन करेगी। इसमें आरएसएस को नहीं पड़ना चाहिए।”

वहीं, आरएसएस के इस बयान पर JDU प्रवक्ता के.सी. त्यागी ने कहा, “इंद्रेश कुमार संघ परिवार के सदस्य हैं, वरिष्ठ प्रचारक हैं। ये संघ परिवार का आंतरिक मामला है। इस पर हमारा टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।”

“राम द्रोही कोई नहीं है”- मनोज कुमार झा

RSS नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर RJD नेता मनोज कुमार झा ने कहा कि, “राम द्रोही कोई नहीं है। हम लोग मर्यादा पुरुषोत्तम की उस छवि को मानते हैं जिसे महात्मा गांधी मानते थे। मर्यादा पुरुषोत्म के चरित्र को देखिएगा तो आपको ये 241 वाले(भाजपा) मीलों दूर नजर आएंगे…”

RSS नेता इंद्रेश कुमार ने क्या कहा?

इंद्रेश कुमार ने सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान का निशाना स्पष्ट रूप से भाजपा की ओर था। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम भाजपा के रवैये को दर्शाते हैं और उनमें अहंकार आ गया था। उनके अनुसार, पार्टी ने पहले भक्ति की, लेकिन फिर अहंकारी हो गई। इस अहंकार के कारण भगवान राम ने उन्हें 241 पर ही रोक दिया, लेकिन फिर भी सबसे बड़ी पार्टी बना दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों को भगवान राम में आस्था नहीं थी, उन्हें 234 पर ही रोक दिया गया, जिसका संदर्भ विपक्षी गठबंधन INDIA अलायंस की ओर था। इंद्रेश कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में रामराज्य का विधान देखें। भाजपा ने राम की भक्ति की, लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए। परिणामस्वरूप, भगवान राम ने उन्हें उनके अहंकार के कारण रोक दिया। वहीं दूसरी ओर, जो लोग राम का विरोध करते थे, उन्हें सत्ता नहीं मिल पाई और वे सब मिलकर भी दूसरे नंबर पर रह गए।

राम सभी को न्याय देते हैं और देते रहेंगे- इंद्रेश कुमार

इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि भगवान राम न्यायप्रिय थे और रहेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान का न्याय सच्चा और आनंददायक होता है। जो लोग उनकी पूजा करते हैं, उन्हें विनम्र होना चाहिए और जो लोग विरोध करते हैं, भगवान उनसे स्वयं निपटते हैं। भगवान राम भेदभाव नहीं करते और न ही दंड देते हैं। राम सभी को न्याय देते हैं और देते रहेंगे। उन्होंने रावण का भी उदाहरण देते हुए कहा कि राम ने एक ओर लोगों की रक्षा की तो दूसरी ओर रावण का भी भला किया।

लेकिन अब RSS नेता इंद्रेश कुमार के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। अब देखना होगा कि भाजपा इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।