RSS leader Indresh Kumar: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव के परिणाम पर बड़ा बयान दिया है। इंद्रेश कुमार ने सत्तारूढ़ भाजपा को अहंकारी और विपक्षी इंडिया गठबंधन को राम विरोधी करार दिया है।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि राम सभी के साथ न्याय करते हैं। अब 2024 के लोकसभा चुनाव को देख लीजिए। जिस पार्टी ने भगवान राम की भक्ति की, लेकिन अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया, लेकिन सबसे बड़ी पार्टी बना दिया। इंद्रेश कुमार ने इंडिया गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा कि जिनकी राम में कोई आस्था नहीं थी उन्हें एक साथ 234 पर रोक दिया गया। अपने इस बयान से इंद्रेश कुमार चर्चा में बने हुए है।
ऐसे में आइए जानते हैं आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बारे में 10 प्रमुख बातें…
- इंद्रेश कुमार का जन्म 14 फरवरी 1949 में हुआ था। वह भारत के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नाम के राष्ट्रवादी संगठन के मार्गदर्शक है।
- वहीं जन्म के करीब 15 दिन बार इंद्रेश कुमार का परिवार कैथल, हरियाणा में बस गया।
- इंद्रेश कुमार ने अपनी मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढा़ई और शिक्षा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से पूरी की है।
- 16 जुलाई 1960 को इंद्रेश कुमार दिल्ली में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में शामिल हुए थे।
- इंद्रेश कुमार मुसलमानों को एक जुट करने में कामयाब रहे और उन्होंने कुछ मौलवियों के द्वारा चलाए जाने वाले एजेंडों पर भी रोक लगाई।
- इंद्रेश कुमार ने मुसलमानों को सही रास्ते पर ले आने का कार्य किया है, मुसलमान भी इन्हें काफी प्यार और सम्मान देते हैं।
- RSS से मुसलमानों को जोड़ने के लिए इंद्रेश कुमार ने 24 दिसंबर 2002 को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच नामक संगठन बनाया था।
- इंद्रेश कुमार ने 1975 में देश में लगे आपतकाल में भूमिगत आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
- RSS के आनुषांगिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अलावा वह जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से विस्थापित कश्मीरियों के पुनर्वास, ग्राम सुरक्षा समितियों के गठन, हिमालय परिवार की स्थापना, पूर्व सैनिको के लिए संगठन की स्थापना, समग्र राष्ट्रीय सुरक्षा मंच, भारत-तिब्बत सहयोग मंच, राष्ट्रीय कवि संगम, अमरनाथ यात्रियों के लिए सरकार से भूमि दिलाने वाले आंदोलन का भी नेतृत्व किया है।
- बता दें कि इंद्रेश कुमार अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते है।
लेखक: रंजना कुमारी