NCERT Revised Books: NCRT की 12वीं कक्षा की पॉलिटिकल सांइस यानी राजनीति विज्ञान की नई रिवाइज्ड किताब बाजार में उपलब्ध हो चुकी है। किताब में बहुत बदलाव देखने को मिले है। वहीं इस किताब में सबसे बड़ा बदलाव अयोध्या विवाद के विषय को लेकर किया गया है, किताब में बाबरी मस्जिद का जिक्र तक नहीं किया गया है। मस्जिद का नाम लिखने की जगह उसे तीन गुबंद वाली संरचना लिखा गया है। अयोध्या विवाद को चार पेज की जगह दो पेज में लिखा गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या विवाद की जानकारी बताने वाले किताब से पुराने वर्जन को हटा दिया गया है।
नई किताब में क्या लिखा गया?
12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की पुरानी किताब में बाबरी मस्जिद का परिचय मुगल सम्राट बाबर के जनरल मीर बाकी द्वारा निर्मित 16वीं सताब्दी की मस्जिद के रूप में किया गया। वहीं अब नए किताब में इसके बारे में कुछ भी जिक्र नहीं किया गया है।
अयोध्या विवाद का नई किताब में जिक्र
दो पन्नों से अधिक में अयोध्या विवाद का जिक्र करने वाली पुरानी किताब में फैजाबाद जिला अदालत के आदेश देने पर फरवरी 1986 में मस्जिद के ताला खोले जाने के बाद दोनों तरफ से लामबंदी के बारे में बात की गई थी। इसमें सांप्रदायिक तनाव, सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा, दिसंबर 1992 में राम मंदिर के निर्माण के लिए स्वयंसेवकों द्वारा की गई कार सेवा, मस्जिद का विध्वंस और उसके फिर जनवरी 1993 में हुई सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र किया गया था।
नई किताब में किया गया बदलाव
वहीं नई किताब में बदलाव करते हुए लिखा गया है कि 1986 में तीन गुंबद वाली संरचना के संबंध में एक महत्तवपूर्ण मोड़ आया, जब फैजाबाद जिला आदालत ने संरचना के ताले को खोलने का फैसला किया गया, जिसके बाद लोगों को वहां पूजा करने की इजाजत मिली। यह विवाद काफी पुराना है क्योंकि ऐसा माना जाता था कि तीन गुंबद वाली संरचना मंदिर को ध्वस्त करके श्री राम के जन्मस्थान पर बनाई गई थी।
लेखक: रंजना कुमारी